Newzfatafatlogo

बांसवाड़ा में चंदा मांगने पर युवक की हत्या, परिवार में मचा कोहराम

राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के बस्सी मकवाना गांव में एक युवक की हत्या की घटना ने सभी को चौंका दिया है। पितृ-पूजन के लिए चंदा मांगने पर हुए विवाद के बाद, धूलेश्वर नामक युवक पर नशे में धुत युवकों ने हमला कर दिया। इस घटना ने उनके परिवार को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिसमें तीन छोटे बच्चे और पत्नी शामिल हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। जानें इस दर्दनाक घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 | 
बांसवाड़ा में चंदा मांगने पर युवक की हत्या, परिवार में मचा कोहराम

बांसवाड़ा में हुई दर्दनाक घटना


राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के बस्सी मकवाना गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां पितृ-पूजन के कार्यक्रम के लिए प्रत्येक व्यक्ति से ₹250 का चंदा इकट्ठा करने का निर्णय लिया गया था। मृतक धूलेश्वर, जो 30 वर्षीय दिहाड़ी मजदूर थे, ने पहले ही चंदा दे दिया था। इसके बावजूद, कुछ युवक रात करीब 10 बजे उनके घर आए और दोबारा चंदा मांगने लगे। इस पर कहासुनी हुई, जिसे वहां मौजूद लोगों ने शांत कर दिया। लेकिन कुछ समय बाद, वही युवक नशे में धुत होकर लौटे और धूलेश्वर पर बर्बरता से हमला कर दिया।


परिवार पर आया दुखों का पहाड़

परिजनों के अनुसार, 5-6 हमलावरों ने धूलेश्वर की लाठियों और डंडों से बुरी तरह पिटाई की। वह तब तक मार खाते रहे जब तक उनकी सांसें थम नहीं गईं। मृतक के भतीजे कमलेश ने बताया, 'जब तक हम पहुंचे, हमलावर भाग चुके थे। हमने धूलेश्वर को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।'


धूलेश्वर के परिवार में अब उनकी पत्नी गुड्डी और तीन छोटे बच्चे हैं। उनकी बड़ी बेटी 12 साल की, बेटा 10 साल का और सबसे छोटी बेटी केवल 7 साल की है। अब इन बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी गुड्डी पर आ गई है। गांव के लोग बताते हैं कि धूलेश्वर मेहनती और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे, जो अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। गांव में हर कोई इस बात से हैरान है कि मात्र ₹250 की रकम के लिए एक निर्दोष व्यक्ति की जान ले ली गई।


पुलिस ने दर्ज किया मामला, गांव में तनाव

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। बस्सी थाने की पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक के परिजनों की शिकायत पर सुरेश डामोर, बलराम, छगन और परमेश समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।


पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन लोग अब भी गुस्से में हैं।