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बिहार के मोकामा में हत्या से चुनावी माहौल में हलचल

बिहार के मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या ने चुनावी माहौल को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। निर्वाचन आयोग ने इस मामले में चार अधिकारियों का तबादला किया और एक को निलंबित किया। आयोग ने डीजीपी से विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। यह हत्या चुनाव प्रचार के दौरान हुई, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। प्रशांत किशोर और तेजस्वी यादव जैसे नेताओं ने इस घटना की निंदा की है। मोकामा सीट पर मतदान 6 और 11 नवंबर को होने वाला है।
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बिहार के मोकामा में हत्या से चुनावी माहौल में हलचल

मोकामा में हत्या से चुनावी स्थिति प्रभावित


पटना: बिहार के मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या ने चुनावी माहौल को गर्म कर दिया है। इस मामले में निर्वाचन आयोग (ECI) ने कड़े कदम उठाते हुए चार अधिकारियों का तुरंत तबादला किया है, जबकि एक अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दिया गया है।


आयोग ने बिहार के डीजीपी से कल दोपहर तक पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। यह निर्णय उस समय लिया गया है जब मोकामा सीट पर पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होना है।


निर्वाचन आयोग की सख्त कार्रवाई

निर्वाचन आयोग ने शनिवार को जारी आदेश में मोकामा और बाढ़ के तीन प्रशासनिक अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया। इनमें एसडीओ चंदन कुमार, एसडीपीओ राकेश कुमार और अभिषेक सिंह शामिल हैं। इनकी जगह आईएएस आशीष कुमार, आनंद कुमार सिंह और आयुष श्रीवास्तव को नियुक्त किया गया है। आयोग ने हटाए गए अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। इसके अलावा, स्थानीय एसपी का भी तबादला किया गया है।


कार्रवाई रिपोर्ट की मांग

ईसीआई ने बिहार के डीजीपी विनय कुमार से इस मामले पर कल दोपहर 12 बजे तक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट (Action Taken Report) मांगी है। चुनाव आयोग का कहना है कि हत्या जैसे गंभीर मामलों में प्रशासनिक लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे पहले, घोसवारी के एसएचओ मधुसूदन कुमार और भदौर के एसएचओ रवि रंजन को भी निलंबित किया गया था।


चुनाव प्रचार के दौरान हुई हत्या

30 अक्टूबर को मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की गोलीबारी में हत्या कर दी गई थी। यह झड़प दो प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच चुनाव प्रचार के दौरान हुई। पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज कर दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कार्डियोरेस्पिरेटरी फेलियर बताया गया है। मामले की जांच उच्च स्तर पर जारी है।


प्रशांत किशोर और विपक्ष का विरोध

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इस हत्या को 'लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला' करार दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में फिर से 'जंगल राज' लौट आया है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी हिंसा की निंदा की और ईसीआई से त्वरित कार्रवाई की मांग की। विपक्ष का आरोप है कि प्रशासनिक तंत्र चुनावी निष्पक्षता बनाए रखने में असफल रहा है।


बाहुबलियों का प्रभाव

मोकामा सीट लंबे समय से बिहार की राजनीति में बाहुबलियों का गढ़ रही है। अनंत सिंह, उनके भाई दिलीप सिंह और सूरजभान सिंह इस क्षेत्र के प्रमुख नाम हैं। इस बार मुकाबला जेडीयू के अनंत सिंह और आरजेडी की वीणा देवी के बीच है, जो पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी हैं। दोनों उम्मीदवार भूमिहार समुदाय से हैं, जिससे यह मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है। 243 सीटों वाली विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होगा।