बिहार में मानसून 2025: बारिश का अलर्ट और सावधानियाँ

बिहार में मानसून 2025: बारिश का अलर्ट
बिहार में मानसून 2025 का आगमन, बिजली से रहें सावधान: बिहार में मानसून 2025 ने दस्तक दी है, जिससे सड़कें जलमग्न हो गई हैं और लोगों की धड़कनें बढ़ गई हैं। मंगलवार को मधुबनी, सुपौल और सीतामढ़ी जैसे जिलों में मूसलधार बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि किशनगंज और अररिया में येलो अलर्ट ने लोगों को सतर्क कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, 29 जून तक बारिश का यह सिलसिला जारी रहेगा। यह मानसून बिहार के मौसम को किस तरह प्रभावित कर रहा है, आइए जानते हैं।
बिहार में ऑरेंज और येलो अलर्ट
बिहार में मानसून ने गति पकड़ ली है। मंगलवार को मधुबनी, सुपौल, सीतामढ़ी, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और अररिया जैसे जिलों में येलो अलर्ट है। फारबिसगंज में 132.4 मिमी बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ा है, जबकि किशनगंज और चंपारण में भी बारिश हुई है। 30-40 किमी/घंटा की गति से हवाएँ चल रही हैं और बारिश का सिलसिला देर रात से जारी है। पटना में हल्की बूंदाबांदी ने मौसम को सुहाना बना दिया है, लेकिन उत्तर बिहार में मानसून का प्रभाव अधिक है।
तापमान और उमस का प्रभाव
मानसून की मेहरबानी से तापमान में थोड़ी राहत मिली है। पटना में सोमवार को बादल और ठंडी हवाओं ने मौसम को खुशनुमा बना दिया। लेकिन जिन क्षेत्रों में बारिश नहीं हुई, वहां उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। मौसम विभाग का कहना है कि बारिश वाले क्षेत्रों में तापमान कम रहेगा, जबकि अन्य स्थानों पर उमस का आलम बना रहेगा। यदि आप पटना या उत्तर बिहार में हैं, तो छाता और रेनकोट तैयार रखें, क्योंकि मानसून का मिजाज अनिश्चित है!
बिहार में ठनका का खतरा
बिहार में बारिश के साथ ठनका (Lightning Risk) का खतरा भी बढ़ गया है। पश्चिम चंपारण, भागलपुर, मुंगेर, बांका, भोजपुर और कैमूर जैसे जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे खुले मैदानों से दूर रहें। घर में रहें, पेड़ों के नीचे न खड़े हों, और बिजली के उपकरणों से दूरी बनाएं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में ठनका से बचाव के लिए जागरूकता आवश्यक है। मानसून की मस्ती के बीच ये सावधानियाँ आपके लिए सुरक्षा का साधन बन सकती हैं।
क्या करें, क्या न करें?
बिहार में मानसून 2025 का यह दौर रोमांचक है, लेकिन सावधानी भी आवश्यक है। ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों में बाढ़ (Flood Risk) का खतरा हो सकता है, इसलिए नदियों और नालों से दूर रहें। मौसम अपडेट (Weather Update) पर नज़र रखें। यदि आप बारिश में भीगने का मन बना रहे हैं, तो घर की छत पर चाय के साथ आनंद लें, लेकिन सड़कों पर पानी में फंसने से बचें। किसानों के लिए यह बारिश वरदान है, लेकिन शहरवासियों को ट्रैफिक और जलभराव का सामना करना पड़ सकता है। सतर्क रहें और तैयार रहें!