बिहार में साइबर ठगी का खुलासा: बेरोजगार युवाओं को बनाया शिकार

पटना में साइबर ठगी का मामला
बिहार समाचार: पटना में पुलिस ने एक साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह जानकर हैरानी होती है कि आरोपी बेरोजगार युवाओं को 'प्ले बॉय' बनाने के नाम पर ठगते थे। अब तक इन लोगों ने सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है।
ठगी का तरीका
साइबर डीएसपी नीतीश चंद्र धारिया ने बताया कि इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी पहचान नालंदा, हिलसा और पटना के रामकृष्ण नगर क्षेत्र के युवकों के रूप में हुई है। डीसीपी ने बताया कि आरोपी इंटरनेट और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को सेक्स की नौकरी दिलाने का लालच देकर फर्जी कॉल करते थे। इस दौरान, वे बेरोजगार युवाओं को 'सेक्स वर्क' में अच्छी कमाई का प्रलोभन देते थे। इसके बाद, प्रोसेसिंग फीस, रजिस्ट्रेशन, सिक्योरिटी और पहचान पत्र बनाने के नाम पर उनसे पैसे वसूल करते थे।
पूछताछ में खुलासे
डीएसपी नीतीश चंद्र धारिया ने बताया कि इन अपराधियों के पास से कई फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन, लैपटॉप और डिजिटल लेनदेन से जुड़े सबूत जब्त किए गए हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की हैं। पुलिस अब इनके नेटवर्क से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
डीसीपी की अपील
साइबर सेल के डीएसपी नितीश चंद्र धारिया ने बिहार के नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन नौकरी के प्रस्ताव से सावधान रहें और ऐसे मामलों की तुरंत नजदीकी थाने या साइबर क्राइम सेल को सूचना दें।
पिछले मामलों का संदर्भ
इससे पहले, दिसंबर 2024 में नालंदा के एक गांव में भी पुलिस ने ऑनलाइन नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला उजागर किया था। उस समय भी तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आरोपी ऑनलाइन नौकरी खोजने वालों को प्लेबॉय, कॉलबॉय और जिगोलो बनाने के नाम पर ठगी कर रहे थे।