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बीजेपी विधायक की धमकी: एसडीएम को फोन पर दी चेतावनी

उत्तर प्रदेश के बांदा में बीजेपी विधायक प्रकाश द्विवेदी ने एसडीएम को फोन पर धमकी दी है, जिसके बाद विवाद बढ़ गया है। यह मामला तब शुरू हुआ जब दिव्यांग बीजेपी कार्यकर्ता के घर पर बुलडोजर चलाया गया। विधायक ने एसडीएम को चेतावनी दी कि यदि वह मनमानी करेंगे, तो उन्हें ठीक कर दिया जाएगा। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और एसडीएम की प्रतिक्रिया।
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बीजेपी विधायक की धमकी: एसडीएम को फोन पर दी चेतावनी

उत्तर प्रदेश में बुलडोजर कार्रवाई पर विवाद

उत्तर प्रदेश की ताजा खबरें: इस समय कई राज्यों में बुलडोजर की कार्रवाई चल रही है, विशेषकर बीजेपी शासित क्षेत्रों में। इसी संदर्भ में, एक बीजेपी विधायक ने एक एसडीएम को फोन पर धमकी दी है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। यह मामला यूपी के बांदा सदर से बीजेपी विधायक प्रकाश द्विवेदी का है, जिन्होंने एसडीएम बबेरू को फोन पर कहा कि यदि तुम मनमानी करोगे, तो हम तुम्हें ठीक कर देंगे।


विधायक और एसडीएम के बीच टकराव

यह घटना बांदा जिले के बबेरू कोतवाली क्षेत्र की है, जहां दिव्यांग बीजेपी कार्यकर्ता राजेंद्र पांडे के घर पर बुलडोजर चलाया गया। खबरों के अनुसार, यह कार्रवाई जिला पंचायत अध्यक्ष के दबाव में की गई। इस कार्रवाई के बाद विधायक प्रकाश द्विवेदी और एसडीएम रजत वर्मा आमने-सामने आ गए। एसडीएम का कहना है कि उनके साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है।


बीजेपी कार्यकर्ता का घर गिराने की कार्रवाई

रिपोर्ट्स के अनुसार, बांदा में विकलांग बीजेपी कार्यकर्ता राजेंद्र पांडे का घर एसडीएम रजत वर्मा ने चार जेसीबी मशीनों से गिरवा दिया। दावा किया जा रहा है कि यह कार्रवाई बिना किसी नोटिस के की गई।

पीड़ित राजेंद्र पांडे ने विधायक प्रकाश द्विवेदी से संपर्क किया और बताया कि एसडीएम ने बिना किसी पूर्व सूचना के उनके घर को गिरा दिया। उनका कहना है कि यह कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बिना की गई।


विधायक की धमकी और एसडीएम की प्रतिक्रिया

जब यह मामला विधायक प्रकाश द्विवेदी के पास पहुंचा, तो उन्होंने बबेरू एसडीएम रजत वर्मा को बुलाकर पीड़िता का पक्ष रखा और उन्हें धमकी भी दी। उन्होंने कहा कि यदि तुम अपनी मनमानी जारी रखते हो, तो हम तुम्हें ठीक कर देंगे।


बबेरू एसडीएम का बयान

इस मामले पर बबेरू एसडीएम रजत वर्मा ने कहा कि सहकारी समिति ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस की मांग की थी। उन्होंने कहा कि जब बवाल की आशंका हुई, तो वह खुद मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने यह भी कहा कि विधायक ने उन्हें फटकार लगाई है और उनके साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है।