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बीसीसीआई का बड़ा निर्णय: विजय हजारे ट्रॉफी में खेलना अनिवार्य

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके तहत सभी राष्ट्रीय खिलाड़ियों को विजय हजारे ट्रॉफी में भाग लेना अनिवार्य होगा। यह कदम घरेलू क्रिकेट के स्तर को बढ़ाने और खिलाड़ियों की लय बनाए रखने के लिए उठाया गया है। चयन समिति ने खिलाड़ियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उन्हें कम से कम दो मैच खेलने होंगे। जानें इस निर्णय के पीछे की वजह और खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया।
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बीसीसीआई का बड़ा निर्णय: विजय हजारे ट्रॉफी में खेलना अनिवार्य

भारतीय क्रिकेटरों के लिए बीसीसीआई का नया नियम


भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए बीसीसीआई का महत्वपूर्ण निर्णय


विजय हजारे ट्रॉफी (खेल डेस्क): भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को अपनी लय बनाए रखने और घरेलू क्रिकेट के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए बीसीसीआई ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब सभी खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट में भाग लेना अनिवार्य होगा।


बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि मौजूदा राष्ट्रीय टीम के सभी खिलाड़ियों को आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में कम से कम दो मैच खेलने होंगे। यह टूर्नामेंट 24 दिसंबर से शुरू हो रहा है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 19 दिसंबर को अहमदाबाद में खेले गए अंतिम टी20 मैच और 11 जनवरी 2026 से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू होने वाली वनडे सीरीज के बीच लगभग तीन सप्ताह का अंतर है। इस समय का उपयोग करते हुए बीसीसीआई अपने सीनियर खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट से जोड़े रखना चाहता है।


चयन समिति की स्पष्ट हिदायतें

अजीत अगरकर की अगुवाई वाली राष्ट्रीय चयन समिति ने खिलाड़ियों को यह निर्देश दे दिया है। यह निर्णय ऑस्ट्रेलिया में हुए टेस्ट सीरीज के खराब प्रदर्शन के बाद की गई समीक्षा का हिस्सा है, जिसमें घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देने की सिफारिश की गई थी।


रोहित शर्मा और विराट कोहली पहले ही अपनी उपलब्धता की जानकारी दे चुके हैं। इसके अलावा, शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव जैसे सीनियर खिलाड़ियों को भी अपनी-अपनी राज्य टीमों के लिए कम से कम दो मैच खेलने के लिए कहा गया है। केवल श्रेयस अय्यर फिटनेस कारणों से फिलहाल इस प्रक्रिया से बाहर रह सकते हैं।


बीसीसीआई अधिकारी का बयान

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विजय हजारे ट्रॉफी में कुल छह राउंड होंगे और खिलाड़ी और राज्य संघ यह तय कर सकते हैं कि वे किन दो राउंड में खेलेंगे। हालांकि, यह स्पष्ट कर दिया गया है कि हजारे ट्रॉफी खेलना अब वैकल्पिक नहीं है। केवल वही खिलाड़ी छूट पा सकते हैं जिन्हें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अनफिट घोषित करे।