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बेंगलुरु में आरसीबी जीत का जश्न: भगदड़ में 11 की मौत

बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई। इस घटना में 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मृतकों में एक 13 वर्षीय बच्ची से लेकर 33 वर्षीय युवक तक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जानें इस घटना के पीछे के कारण और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया।
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बेंगलुरु में आरसीबी जीत का जश्न: भगदड़ में 11 की मौत

बेंगलुरु में भीड़ का उत्सव और उसकी त्रासदी

Bengaluru Crowd Crush: बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों लोग एकत्र हुए थे। कुछ लोग स्टार खिलाड़ियों के साथ सेल्फी लेना चाहते थे, जबकि अन्य टीम को लाइव देखने आए थे। लेकिन यह उत्साह अचानक एक भयानक घटना में बदल गया। स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हादसे ने कई परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया।


मृतकों में सबसे कम उम्र की दिवांसी थी, जिसकी उम्र केवल 13 वर्ष थी। वहीं, सबसे बड़े मृतक 33 वर्षीय मनोज थे। इस घटना में जान गंवाने वालों में छात्र, युवा पेशेवर और स्थानीय निवासी शामिल हैं। कोलार की साहना (24) हाल ही में एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी पर लगी थीं। आंध्र प्रदेश से आई 29 वर्षीय युवती और कन्नूर का 17 वर्षीय शिवलिंग भी इस हादसे का शिकार हुए। कुछ मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।


अस्पतालों में शोक और मोहल्लों में सन्नाटा

अस्पतालों में मातम, मोहल्लों में सन्नाटा


वायदेही और बोरिंग अस्पतालों में सबसे अधिक मौतें हुई हैं। घायलों का इलाज वायदेही (14), बोरिंग (18), स्पर्श (5) और मणिपाल (3) अस्पतालों में चल रहा है। जब साहना का शव उनके घर पहुंचा, तो पूरे मोहल्ले में चीख-पुकार मच गई। एक पड़ोसी ने कहा, 'यह हादसा दिल तोड़ देने वाला है। सरकार को अब सबक लेना चाहिए।'


फ्री पास और सोशल मीडिया की अफवाहें

फ्री पास और सोशल मीडिया ने फैलाई अफवाह


RCB ने दोपहर 3:14 बजे 'X' पर घोषणा की थी कि 5 बजे विक्ट्री परेड होगी और सीमित संख्या में फ्री पास भी उपलब्ध होंगे। लेकिन इससे पहले ट्रैफिक पुलिस ने सुबह 11:56 बजे ही कह दिया था कि कोई परेड नहीं होगी। इस भ्रम ने भीड़ को बेकाबू कर दिया।


भगदड़ का कारण

कैसे मची भगदड़?


मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि 'स्टेडियम की क्षमता 35,000 है, लेकिन 2-3 लाख लोग वहां पहुंच गए थे। लोगों ने गेट तोड़ने की कोशिश की, कुछ गिर पड़े और उनके ऊपर भीड़ चढ़ गई।' एक किलोमीटर की परिधि में 50,000 से अधिक लोग जमा थे। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और मेट्रो ने कुछ स्टेशनों पर ट्रेनें रोकनी बंद कर दीं।


मुख्यमंत्री का बयान

क्या बोले मुख्यमंत्री?


मुख्यमंत्री ने कहा, 'इतनी भीड़ की किसी ने कल्पना नहीं की थी। विदान सौधा के सामने एक लाख लोग थे, लेकिन हादसा नहीं हुआ। यहां अव्यवस्था सामने आई है।' उन्होंने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।