बोइंग कर्मचारियों की हड़ताल की तैयारी, श्रम समझौता अस्वीकृत

बोइंग के कर्मचारियों की हड़ताल की योजना
बोइंग के लड़ाकू विमान निर्माण में लगे कर्मचारी सोमवार को मध्य रात्रि के समय हड़ताल पर जाने की योजना बना रहे हैं। ‘इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ मशीनिस्ट्स एंड एयरोस्पेस वर्कर्स यूनियन’ ने रविवार को जानकारी दी कि सेंट लुईस, सेंट चार्ल्स, मिसौरी और मैस्काउटा (इलिनोइस) में स्थित बोइंग के संयंत्रों में लगभग 3,200 कर्मचारियों ने संशोधित चार-वर्षीय श्रम समझौते को अस्वीकार करने के लिए मतदान किया है।
यूनियन के मध्यपश्चिम क्षेत्र के महासचिव सैम सिसिनेली ने कहा, ‘‘आईएएम डिस्ट्रिक्ट 837 के सदस्य ऐसे विमान और रक्षा प्रणालियां बनाते हैं जो हमारे देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण हैं। उन्हें ऐसे अनुबंध का हक है जो उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और उनकी विशेषज्ञता को मान्यता दे।’’
यह मतदान पिछले सप्ताह सदस्यों द्वारा कंपनी के पूर्व प्रस्ताव को अस्वीकार करने के बाद हुआ, जिसमें चार वर्षों में 20 प्रतिशत वेतन वृद्धि का प्रस्ताव था। यूनियन के नेताओं ने उस समय इस प्रस्ताव को मंजूरी देने की सिफारिश की थी और इसे एक ‘‘ऐतिहासिक समझौता’’ बताया था।
उन्होंने कहा था कि इस प्रस्ताव से चिकित्सा, पेंशन और कामकाजी घंटों से संबंधित लाभों में सुधार होगा। इसके बाद एक सप्ताह के भीतर ही यूनियन के सदस्यों ने बोइंग के नवीनतम प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
बोइंग एयर डोमिनेंस के उपाध्यक्ष डैन गिलियन ने कहा, ‘‘हमें निराशा है कि हमारे कर्मचारियों ने प्रस्ताव को ठुकरा दिया। हम हड़ताल के लिए तैयार हैं और हमने अपनी आकस्मिक योजना को पूरी तरह से लागू कर दिया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हड़ताल न करने वाले कर्मचारियों और ग्राहकों को कोई परेशानी न हो।’’
कंपनी अपने दो बोइंग 737 मैक्स विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से कठिनाइयों का सामना कर रही है। 2018 में इंडोनेशिया और 2019 में इथियोपिया में हुए हादसों में 346 लोगों की जान गई थी।
जून में एयर इंडिया द्वारा संचालित बोइंग का एक ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें कम से कम 260 लोग मारे गए थे। बोइंग ने हाल ही में अपनी दूसरी तिमाही की आय में सुधार और घाटा कम होने की घोषणा की थी। कंपनी को दूसरी तिमाही में 61.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर का घाटा हुआ, जबकि पिछले साल इसी अवधि में उसे 1.44 अरब अमेरिकी डॉलर का घाटा हुआ था।