ब्रिटेन में ट्रम्प की दूसरी राजकीय यात्रा: भव्य स्वागत और विरोध प्रदर्शन
डोनाल्ड ट्रम्प की ब्रिटेन में दूसरी राजकीय यात्रा के दौरान विंडसर कैसल में उनका भव्य स्वागत हुआ, जिसमें रॉयल गार्ड ऑफ ऑनर शामिल था। वहीं, लंदन में 'ट्रम्प नॉट वेलकम' रैली में हजारों प्रदर्शनकारियों ने भाग लिया, जो ट्रम्प के विभाजनकारी एजेंडे का विरोध कर रहे थे। इस दौरान कुछ गिरफ्तारियां भी हुईं। जानें इस यात्रा की पूरी कहानी और इसके पीछे के घटनाक्रम।
Sep 18, 2025, 15:55 IST
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ट्रम्प का भव्य स्वागत और विरोध प्रदर्शन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जब अपने दूसरे राजकीय दौरे पर ब्रिटेन पहुंचे, तो वहां दो विपरीत दृश्य देखने को मिले। एक तरफ, विंडसर कैसल में उनका ऐतिहासिक स्वागत हुआ, जिसमें उन्हें रॉयल गार्ड ऑफ ऑनर और कैरेज प्रोसेशन से सम्मानित किया गया। यह स्वागत पिछले 500 वर्षों में किसी भी विदेशी नेता के लिए विंडसर कैसल में सबसे बड़ा गार्ड ऑफ ऑनर माना जा रहा है। किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला ने ट्रम्प और उनकी पत्नी मेलानिया के साथ उपहारों का आदान-प्रदान भी किया। दूसरी ओर, लंदन के संसद स्क्वायर में 'ट्रम्प नॉट वेलकम' रैली आयोजित की गई, जिसमें हजारों प्रदर्शनकारियों ने भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे तानाशाह ट्रम्प के विभाजनकारी एजेंडे को स्वीकार नहीं करते। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान चार लोगों को गिरफ्तार किया गया।
‘स्टॉप ट्रंप यूके कोएलिशन’ द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन में शामिल लोगों ने नस्लवाद के खिलाफ और ट्रम्प के खिलाफ बैनर लिए हुए थे। प्रदर्शनकारी रीजेंट स्ट्रीट की ओर बढ़े, जो संसद की ओर जाती है। लंदन पुलिस ने 1,600 कर्मियों को तैनात किया था, क्योंकि उन्हें लगभग 50 विभिन्न समूहों के सदस्यों के आने की आशंका थी, जिनमें जलवायु परिवर्तन, नस्लवाद विरोधी और फलिस्तीन समर्थक कार्यकर्ता शामिल थे। ट्रम्प और उनकी पत्नी मेलानिया हेलीकॉप्टर से विंडसर कैसल पहुंचे, जहां किंग चार्ल्स ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और इस दौरान सैन्य बैंड ने अमेरिका और ब्रिटेन के राष्ट्रगान बजाए।
कैसल के बाहर, कई लोग पूरे दिन विरोध प्रदर्शन करते रहे। हालांकि, पुलिस बल की बड़ी संख्या और घटना को कवर करने वाले अंतरराष्ट्रीय समाचार दल की तुलना में प्रदर्शनकारियों की संख्या कम थी। विंडसर में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से एक को आपातकालीन कर्मचारी पर हमले और धमकी देने के आरोप में तथा दूसरे को सार्वजनिक व्यवस्था के उल्लंघन और हमले के संदेह में गिरफ्तार किया गया।