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भारत-अमेरिका संबंधों पर एस जयशंकर का महत्वपूर्ण बयान

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अमेरिका और भारत के संबंधों पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के कार्य करने के तरीके और व्यापारिक वार्ता की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अपने किसानों और छोटे उत्पादकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। जयशंकर ने अमेरिका के साथ संबंधों में तनाव और अन्य रणनीतिक मुद्दों पर भी प्रकाश डाला। इस लेख में जानें उनके विचार और अमेरिका-भारत संबंधों का भविष्य।
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भारत-अमेरिका संबंधों पर एस जयशंकर का महत्वपूर्ण बयान

एस जयशंकर का बयान

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अमेरिका और भारत के संबंधों पर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कार्य करने का तरीका अन्य अमेरिकी नेताओं से भिन्न है, जिससे दोनों देशों के रिश्तों की दिशा पर प्रभाव पड़ता है। जयशंकर ने बताया कि वर्तमान वैश्विक राजनीति में ट्रंप जैसे नेता विदेश नीति को अधिक सार्वजनिक तरीके से संचालित करते हैं, जो पहले कभी नहीं देखा गया।


भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक वार्ता

जयशंकर ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक समझौते पर बातचीत जारी है और किसी ने भी इसे रोकने की बात नहीं की है। उन्होंने बताया कि भारत की ओर से इस डील में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु तय किए गए हैं, जिनमें किसानों और छोटे उत्पादकों के हित शामिल हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार अपने किसानों और छोटे उत्पादकों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।


भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव

भारत और अमेरिका के संबंधों में हाल के वर्षों में कई बार तनाव उत्पन्न हुआ है। पाकिस्तान के साथ सीजफायर, टैरिफ विवाद और ट्रंप के बयानों ने इन रिश्तों में खटास पैदा की है। ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिससे दोनों देशों के बीच दूरी बढ़ी। इस संदर्भ में जयशंकर का बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


अन्य रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा

विदेश मंत्री ने बताया कि अमेरिका के साथ बातचीत केवल व्यापारिक मुद्दों तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य रणनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा होती रहती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी अमेरिका और अन्य देशों से संपर्क किया गया था। जयशंकर ने कहा कि युद्धकालीन परिस्थितियों में अन्य देशों से बातचीत की तरह ही अमेरिका से भी बातचीत हुई थी।


दोस्ती का लंबा इतिहास

पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों पर टिप्पणी करते हुए जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के बीच दोस्ती का एक लंबा इतिहास है। हालांकि, पाकिस्तान ने हमेशा अपने राजनीतिक लाभ के अनुसार रिश्तों को मोड़ा है। जयशंकर ने कहा कि भारत अपनी ताकत को समझता है और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को उसी दृष्टिकोण से देखता है। उन्होंने दोहराया कि भारत बातचीत के लिए हमेशा तैयार है, लेकिन अपने मूल हितों पर कोई समझौता नहीं करेगा। किसानों और छोटे उत्पादकों के हित भारत के लिए सर्वोपरि हैं और यही नीति अमेरिका के साथ चल रही बातचीत में भी स्पष्ट है।