भारत-इंग्लैंड टेस्ट में विवाद: गेंद बदलने पर उठे सवाल

भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट में विवाद
ENG vs IND: लॉर्ड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच में एक बड़ा विवाद उत्पन्न हुआ है। भारतीय टीम प्रबंधन ने आरोप लगाया है कि इंग्लैंड को अनुचित लाभ दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप भारत को 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है।
लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान इंग्लैंड की पहली पारी में नई गेंद केवल 10 ओवर के बाद खराब हो गई। नियमों के अनुसार, खराब गेंद को उसी उम्र की दूसरी गेंद से बदलना चाहिए, लेकिन अंपायरों ने भारतीय टीम को सूचित किया कि उनके पास 10 ओवर पुरानी गेंद उपलब्ध नहीं है। इसके बजाय, भारत को 30-35 ओवर पुरानी गेंद दी गई।
जसप्रीत बुमराह का शानदार प्रदर्शन
जसप्रीत बुमराह का जलवा रुका
गेंद बदलने से पहले भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी से काफी परेशान किया। उन्होंने केवल 14 गेंदों में तीन महत्वपूर्ण विकेट लिए। बेन स्टोक्स को उन्होंने एक शानदार गेंद पर बोल्ड किया, जो बैट और पैड के बीच से निकल गई।
इसके बाद जो रूट को तेज इनस्विंगर पर आउट किया और क्रिस वोक्स को पहली ही गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच करवाया। लेकिन गेंद बदलने के बाद खेल का रुख बदल गया। नई गेंद ने 1.869 डिग्री स्विंग और 0.579 डिग्री सीम की, जबकि पुरानी गेंद में केवल 0.855 डिग्री स्विंग और 0.594 डिग्री सीम थी। इससे भारतीय गेंदबाजों को इंग्लैंड पर दबाव बनाने में कठिनाई हुई।
भारतीय टीम की नाराजगी
भारतीय टीम का गुस्सा
भारतीय टीम प्रबंधन ने इस मामले में अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना है कि यदि उन्हें पहले बताया जाता कि 10 ओवर पुरानी गेंद की जगह 30-35 ओवर पुरानी गेंद दी जाएगी, तो वे खराब गेंद के साथ ही खेलना पसंद करते। टीम ने इस मुद्दे को आईसीसी के मैच रेफरी के सामने उठाया और नियमों में बदलाव की मांग की।
गेंद बदलने के नियम
क्या है नियम?
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यदि गेंद खराब हो जाती है, तो उसे उसी उम्र की दूसरी गेंद से बदला जाता है। लेकिन लॉर्ड्स में यह नियम पूरी तरह से लागू नहीं हुआ। भारतीय टीम का मानना है कि इंग्लैंड को अनजाने में लाभ मिला क्योंकि पुरानी गेंद से स्विंग और सीम कम हो गई, जिससे उनके बल्लेबाजों को खेलने में आसानी हुई।