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भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच में विवाद: क्या खेल भावना को ठेस पहुंची?

भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स पर खेले गए टेस्ट मैच में एक विवाद ने खेल भावना को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। इंग्लिश ओपनर जैक क्रॉली की समय बर्बाद करने की हरकत ने भारतीय खिलाड़ियों का गुस्सा बढ़ा दिया। इस घटना ने न केवल मैच का माहौल गरमा दिया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया। जानें इस विवाद के पीछे की कहानी और आगे क्या हो सकता है।
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भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच में विवाद: क्या खेल भावना को ठेस पहुंची?

लॉर्ड्स पर गरमाया माहौल

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला का तीसरा मुकाबला लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर अचानक विवाद का केंद्र बन गया। आमतौर पर तीसरे दिन का खेल संयमित रहता है, लेकिन इस बार अंतिम सत्र में कुछ ऐसा हुआ जिसने माहौल को गर्म कर दिया। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 387 रन बनाए, और भारत भी इसी स्कोर पर तीसरे दिन के अंत में ऑलआउट हो गया। मैच का यह मोड़ पहले से ही रोमांचक था, लेकिन इंग्लैंड की दूसरी पारी की शुरुआत में ओपनर जैक क्रॉली और बेन डकेट ने खेल की भावना को नजरअंदाज करते हुए कुछ ऐसा किया कि भारतीय खिलाड़ियों का गुस्सा बढ़ गया।


बुमराह के ओवर में टाइम वेस्टिंग का मामला

दिन के अंतिम ओवर में जब जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी कर रहे थे, तब जैक क्रॉली ने अचानक समय बर्बाद करने की रणनीति अपनाई। उन्होंने अपने ग्लव्स उतारे और पवेलियन की ओर इशारा किया, जैसे उन्हें किसी मदद की आवश्यकता हो। इस पर भारतीय कप्तान शुभमन गिल भड़क गए और क्रॉली पर टिप्पणी करने लगे। जब दोनों खिलाड़ी आमने-सामने आए, तो अंपायर को बीच में आकर मामला शांत करना पड़ा। गिल ने अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए फिजियो को बुलाने का इशारा किया और क्रॉली की ओर बढ़ते हुए उन्हें खेल पर ध्यान देने की सलाह दी।


भारतीय टीम का गुस्सा

क्रॉली की इस हरकत से भारतीय टीम पूरी तरह से नाराज़ हो गई। उन्हें समझ आ गया कि इंग्लिश ओपनर जानबूझकर समय बर्बाद कर रहे हैं ताकि दिन का खेल खत्म हो जाए। मोहम्मद सिराज ने भी प्रतिक्रिया दी, और केएल राहुल तथा कप्तान शुभमन गिल पिच के पास पहुंच गए। रवींद्र जडेजा और करुण नायर भी गुस्से में दिखाई दिए। देखते ही देखते कई भारतीय खिलाड़ी इंग्लिश ओपनर्स के साथ उलझ गए। मामला इतना बिगड़ गया कि अंपायर को दोनों टीमों को शांत करना पड़ा।


खेल से ज्यादा चर्चा का विषय नाटक

इस घटना के बाद मैच का ध्यान स्कोर या प्रदर्शन से हटकर खिलाड़ियों के व्यवहार पर केंद्रित हो गया। सोशल मीडिया पर यह मुद्दा गर्म हो गया, और फैंस दो भागों में बंट गए। कुछ इंग्लैंड की चालाकी को 'चतुर रणनीति' मानते हैं, जबकि अन्य इसे 'स्पोर्ट्समैनशिप के खिलाफ' बताते हैं। भारतीय फैंस गिल और उनकी टीम के समर्थन में खड़े हो गए हैं, वहीं कुछ क्रिकेट पंडितों का कहना है कि अंपायरों को इस तरह की हरकतों पर सख्त रुख अपनाना चाहिए।


आगे का रास्ता

इस घटना ने श्रृंखला में एक नया मोड़ ला दिया है। पहले से ही दोनों टीमें मुकाबले में पूरी ताकत लगा रही थीं, लेकिन अब मनोवैज्ञानिक लड़ाई भी शुरू हो चुकी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि चौथे दिन खिलाड़ी अपने गुस्से को प्रदर्शन में बदलते हैं या विवादों का सिलसिला और आगे बढ़ता है।