भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद: कॉमर्स सचिव की चेतावनी

भारत में मक्का खरीदने की आवश्यकता
भारत अमेरिका टैरिफ विवाद: अमेरिका के कॉमर्स सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने चेतावनी दी है कि यदि भारत अमेरिकी मक्का नहीं खरीदता है, तो उसे अमेरिकी बाजार में अपनी पहुंच खोने का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि 1.4 अरब की जनसंख्या वाले देश में अमेरिकी कृषि उत्पादों की खरीदारी क्यों नहीं हो रही है। एक अमेरिकी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भारत हमें हर चीज बेच रहा है, लेकिन उसने हमारा एक भुट्टा भी नहीं खरीदा, क्या यह आपको बुरा नहीं लगता?
भारत को ग्राहकों तक पहुंचने में कठिनाई
लुटनिक ने भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ का बचाव करते हुए कहा कि अमेरिका सभी चीजों पर टैरिफ लगाता है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को अपने टैरिफ को कम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ट्रंप की नीति स्पष्ट है: हमारे साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा हम आपके साथ करते हैं। अब हमें वर्षों की गलतियों को सुधारना है, और जब तक हम इसे ठीक नहीं करते, हम ऐसा करते रहेंगे। यही राष्ट्रपति का मॉडल है। या तो आप इसे स्वीकार करें, अन्यथा आपके लिए दुनिया के प्रमुख ग्राहकों तक पहुंचना मुश्किल होगा।
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— Sougat Chakraborty (@sougat18) 14 सितंबर, 2025
अमेरिकी कॉमर्स सचिव @howardlutnick ने अपने हालिया इंटरव्यू में कहा, “भारत यह बताता है कि उनके पास 1.4 अरब लोग हैं, तो वे हमसे एक बस्केट (25.40 किलोग्राम) मक्का क्यों नहीं खरीदते। वे हमारा मक्का नहीं खरीदते। उन्होंने हर चीज पर टैरिफ लगा रखा है।… pic.twitter.com/wrvLIKHNZF
अमेरिका की बिक्री पर टैरिफ
लुटनिक ने कहा, 'यह पूरी तरह से निष्पक्षता के बारे में है। अमेरिका भारतीय उत्पादों को खुले तौर पर खरीदता है, लेकिन जब अमेरिका सामान बेचता है, तो दीवारें खड़ी हो जाती हैं।' यह बयान भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए लगाए गए 25% अतिरिक्त टैरिफ के संदर्भ में आया है, जो कुल मिलाकर 50% तक पहुंच गया है।