भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता: टैरिफ में कमी की संभावना

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता का आगाज
आज से दिल्ली में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता शुरू हो रही है। यह वार्ता अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद पहली बार हो रही है। अमेरिकी प्रतिनिधि दल सोमवार रात भारत पहुंच चुका है। इस बीच, राजनीतिक हलकों में चर्चा चल रही है कि यदि व्यापार समझौता सफल होता है, तो क्या अमेरिका भारत पर लगाए गए टैरिफ को कम करेगा?
भारत की टैरिफ में कमी की मांग
अमेरिका के प्रतिनिधि दल का नेतृत्व US चीफ नेगोशिएटर ब्रेंडन लिंच कर रहे हैं, जबकि भारत की ओर से वित्त विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी राजेश अग्रवाल वार्ता में शामिल होंगे। अमेरिका चाहता है कि भारत कृषि-डेयरी बाजार खोले, लेकिन भारत ने इसके लिए टैरिफ में छूट और स्थायी व्यापार ढांचे की मांग की है। अमेरिकी दल का भारत दौरा व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने, निवेश के माहौल में सुधार और व्यापार घाटे को संतुलित करने के उद्देश्य से है। इस दौरान टैरिफ में कमी पर भी चर्चा होगी।
नवंबर तक व्यापार वार्ता की संभावना
भारत के वाणिज्य मंत्रालय ने संकेत दिया है कि अक्टूबर-नवंबर तक भारत और अमेरिका के बीच प्रारंभिक व्यापार समझौते हो सकते हैं। ब्रेंडन लिंच को दक्षिण और मध्य एशिया में व्यापार वार्ता के लिए अमेरिका का असिस्टेंट ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव नियुक्त किया गया है। उनकी जिम्मेदारी में दक्षिण और मध्य एशिया के लगभग 15 देशों के साथ व्यापार समझौते करना शामिल है।
पांच दौर की वार्ता हो चुकी है
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए मार्च 2025 से अगस्त 2025 तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है। अगस्त 2025 में छठे दौर की वार्ता होनी थी, लेकिन 50 प्रतिशत टैरिफ विवाद के कारण इसे टाल दिया गया। भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल ने कहा कि आज की वार्ता छठे दौर की नहीं है, बल्कि व्यापारिक चर्चा है, जिसका उद्देश्य समझौते तक पहुंचना है।