Newzfatafatlogo

भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक व्यापार समझौता संपन्न

भारत और ब्रिटेन ने एक महत्वपूर्ण मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जो दोनों देशों के लिए आर्थिक लाभ लाने का वादा करता है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समझौते के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसमें वेतन वृद्धि और जीवन स्तर में सुधार की संभावना है। क्रिकेट को सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक मानते हुए, मोदी ने इस साझेदारी को दीर्घकालिक विकास के लिए एक मील का पत्थर बताया। जानें इस समझौते के पीछे की सोच और इसके वैश्विक प्रभाव के बारे में।
 | 
भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक व्यापार समझौता संपन्न

भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौते का महत्व

भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण लाभ लाएगा। इससे वेतन में वृद्धि, जीवन स्तर में सुधार और कामकाजी लोगों की जेब में अधिक पैसे आने की संभावना है। यह समझौता नौकरियों और व्यापार के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह टैरिफ को कम करेगा और व्यापार को सस्ता, तेज और आसान बनाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि आज का दिन हमारे संबंधों के लिए ऐतिहासिक है। कई वर्षों की मेहनत के बाद, दोनों देशों ने एक व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता किया है। यह केवल आर्थिक साझेदारी नहीं है, बल्कि साझा समृद्धि की योजना है। यह समझौता विशेष रूप से भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और MSME क्षेत्र के लिए लाभकारी होगा।


क्रिकेट और सांस्कृतिक संबंध

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भारत और यूके मिले, तो क्रिकेट का जिक्र करना आवश्यक है। दोनों देशों के लिए क्रिकेट केवल एक खेल नहीं है, बल्कि यह एक जुनून है और हमारी साझेदारी का एक प्रतीक भी है। कभी-कभी खेल में उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन हम हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण से आगे बढ़ेंगे। आज संपन्न हुआ समझौता और विजन 2035 हमारे दीर्घकालिक साझेदारी के लिए मील का पत्थर है। पिछले महीने अहमदाबाद में हुए हादसे में कई ब्रिटिश नागरिकों की मृत्यु हुई थी, जिनके परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोग हमारे संबंधों में एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हैं।


वैश्विक मुद्दों पर विचार

पीएम मोदी ने कहा कि हम इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता, यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और पश्चिम एशिया की स्थिति पर विचार साझा करते रहे हैं। हम शांति और स्थिरता की बहाली का समर्थन करते हैं। सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान आवश्यक है। आज के समय की आवश्यकता विकासवाद है, न कि विस्तारवाद।