भारत का विदेशी मुद्रा भंडार: टैरिफ चिंताओं को पार करते हुए वृद्धि

15 अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि
15 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 1.488 अरब डॉलर की वृद्धि
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अमेरिका द्वारा उच्च टैरिफ की घोषणा के बावजूद बढ़ता जा रहा है। प्रमुख रेटिंग एजेंसियों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव अल्पकालिक है। उनका कहना है कि भारत के उपभोक्ता और विदेशी मुद्रा भंडार इसकी आर्थिक मजबूती के मुख्य स्तंभ हैं, जो इस चुनौती का सामना करने में मदद करेंगे।
695.106 अरब डॉलर तक पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 15 अगस्त को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.488 अरब डॉलर बढ़कर 695.106 अरब डॉलर हो गया। पिछले सप्ताह में यह 4.747 अरब डॉलर बढ़कर 693.618 अरब डॉलर था। इस दौरान विदेशी मुद्रा आस्तियां 1.924 अरब डॉलर बढ़कर 585.903 अरब डॉलर हो गईं। विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में विभिन्न विदेशी मुद्राओं की मूल्य वृद्धि या ह्रास का प्रभाव शामिल होता है।
शेयर बाजार में गिरावट
भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर से निवेशकों को निराश करते हुए साप्ताहिक क्लोजिंग पर गिरावट दर्ज की। बाजार ने नकारात्मक रुख के साथ शुरुआत की और दिन के अंत तक गिरता रहा। बीएसई सेंसेक्स 693.86 अंक या 0.85 प्रतिशत गिरकर 81,306.85 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह, एनएसई निफ्टी भी 213.25 अंक या 0.85 प्रतिशत गिरकर 24,870.50 पर बंद हुआ।
सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव
गुरुवार की तेजी के बाद शुक्रवार को सोने की कीमतों में हल्की गिरावट आई, जबकि चांदी की कीमतें बढ़ीं। दिल्ली में सोने का भाव 250 रुपए गिरकर 1,00,370 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। वहीं, चांदी की कीमतें 1,000 रुपए बढ़कर 1,15,000 रुपए प्रति किलोग्राम हो गईं। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक स्तर पर सोने की मांग में कमी के कारण यह गिरावट आई है।