भारत की अंतरिक्ष यात्रा में शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक वापसी

भारत की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताएँ
भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ने वाला है। 2023 में चंद्रयान-3 द्वारा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के बाद, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की सराहना पूरी दुनिया में हुई। यह उपलब्धि भारत को इस क्षेत्र में अग्रणी बनाती है। अब, भारत का ध्यान 2027 में होने वाले 'गगनयान मिशन' पर है, जिसमें भारतीय वैज्ञानिक मानव को स्वदेशी तकनीक से अंतरिक्ष में भेजने की योजना बना रहे हैं।
शुभांशु शुक्ला की वापसी
भारतीय मूल के वैज्ञानिक शुभांशु शुक्ला, जो वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में AXIO SPACE के 'Ax-4' मिशन का हिस्सा हैं, 14 जुलाई को भारत लौटने की तैयारी कर रहे हैं। AX-4 मिशन के तहत, चार अंतरिक्ष यात्रियों ने 26 जून को स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी। उनकी वापसी यात्रा का स्प्लैशडाउन अमेरिका के कैलिफोर्निया तट पर 15 जुलाई को होने की संभावना है।
परिवार की भावनाएँ
शुभांशु के पिता ने मीडिया से कहा, "जब हमारे बेटे ने उड़ान भरी, तो गर्व के साथ हमारी आंखें नम थीं। अब हम प्रार्थना कर रहे हैं कि वह सुरक्षित लौटे।" उनकी मां ने बताया, "शुभांशु ने हमें स्पेस स्टेशन से वीडियो कॉल पर वहां की ज़िंदगी दिखाई थी। हमें उस पर पूरा विश्वास है। हम उसका स्वागत करने के लिए तैयार हैं।"