भारत के डिजिटल युग में 7 महत्वपूर्ण कदम

डिजिटल इंडिया का एक दशक
डिजिटल इंडिया का एक दशक: 2014 से पहले, भारत की डिजिटल पहचान काफी सीमित थी। इंटरनेट केवल कुछ बड़े शहरों तक ही सीमित था, और लोग तकनीक से दूर थे। सरकारी सेवाएं भी धीमी गति से चलती थीं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, देश ने डिजिटल क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। अब भारत न केवल तकनीक का उपयोग कर रहा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर डिजिटल मॉडल भी प्रस्तुत कर रहा है। हर क्षेत्र में, चाहे वह शिक्षा हो या बाजार में सब्जी खरीदना, डिजिटल सेवाओं का उपयोग किया जा रहा है। इस नई सोच ने लोगों की मानसिकता को बदला है और प्रौद्योगिकी का उपयोग कर अमीर-गरीब के बीच की खाई को कम किया है।
1. UPI
मोदी सरकार के तहत लॉन्च किया गया UPI अब भारत की सबसे बड़ी ताकत बन चुका है। लोग बिना नकद या कार्ड के सेकंडों में पैसे का लेनदेन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित है। 2024 तक, भारत में हर साल 100 अरब से अधिक डिजिटल लेनदेन होने की उम्मीद है। वास्तव में, दुनिया के हर दूसरे रीयल-टाइम लेनदेन का एक हिस्सा भारत में हो रहा है।
2. DBT (डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर)
इस सेवा के माध्यम से सरकारी सब्सिडी सीधे लोगों के बैंक खातों में पहुंचाई जा रही है। DBT ने देश के हर कोने के लोगों की मदद की है। गैस सब्सिडी, छात्रवृत्ति या पेंशन, सभी सीधे बैंक अकाउंट में आती हैं। अब तक 44 लाख करोड़ रुपये का ट्रांसफर हो चुका है और 3.48 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है।
3. डिजीलॉकर
इस एप के जरिए आप अपने ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड और स्कूल सर्टिफिकेट जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रख सकते हैं। DigiLocker का उपयोग करते हुए 54 करोड़ यूजर्स ने 775 करोड़ से अधिक दस्तावेजों को स्टोर किया है।
4. कोविन (CoWIN)
कोरोना महामारी के दौरान, भारत ने सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया। मोदी सरकार ने CoWIN प्लेटफार्म के माध्यम से 220 करोड़ से अधिक टीके लगाए और सभी को QR-कोड सर्टिफिकेट प्रदान किए। यह तकनीक न केवल भारत के लिए, बल्कि अन्य देशों के लिए भी एक उदाहरण बनी।
5. ONDC
ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) ने छोटे व्यापारियों को अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफार्मों पर अपने उत्पाद बेचने का अवसर दिया है। अब बनारस के बुनकर या नागालैंड के कारीगर, सभी अपने सामान को पूरे देश में बेच सकते हैं।
6. 5G हाई स्पीड इंटरनेट
मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत में 5G इंटरनेट सेवा की शुरुआत हुई है। केवल 2 साल में 4.8 लाख से अधिक 5G टावर स्थापित किए गए हैं। अब इंटरनेट दुर्गम क्षेत्रों जैसे गलवान और सियाचिन में भी पहुंच चुका है।
7. AI मिशन
भारत ने AI मिशन के लिए 1.2 बिलियन डॉलर खर्च किए हैं। इसके माध्यम से वैश्विक स्तर पर विकास हुआ है। AI टूल का उपयोग हर क्षेत्र में किया जा रहा है, और देशभर में AI एक्सीलेंस केंद्र खोले जा रहे हैं, जो युवाओं को AI की शिक्षा दे रहे हैं।