भारत के रियल एस्टेट बाजार में स्थिर वृद्धि की उम्मीद
भारतीय रियल एस्टेट बाजार में एक नई उम्मीद जगी है, जहां क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने भविष्यवाणी की है कि वित्तीय वर्ष 2025 में आवासीय संपत्तियों की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि होगी। यह वृद्धि स्थिर ब्याज दरों, बढ़ते खरीदार विश्वास और शहरीकरण के कारण संभव हो रही है। इस सकारात्मक रुझान से न केवल निर्माण गतिविधियों में वृद्धि होगी, बल्कि रोजगार सृजन में भी मदद मिलेगी। जानें इस रिपोर्ट के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
Jul 1, 2025, 14:23 IST
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रियल एस्टेट में सकारात्मक रुझान
भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक समाचार सामने आया है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने भविष्यवाणी की है कि वित्तीय वर्ष 2025 में आवासीय संपत्तियों की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिलेगी। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक उत्साहजनक संकेत है।क्रिसिल के अनुसार, घरों की मांग में वृद्धि का मुख्य कारण अंतर्निहित मांग, स्थिर ब्याज दरें और खरीदारों का बढ़ता विश्वास है। लोग अब अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर अधिक आश्वस्त महसूस कर रहे हैं और घरों में निवेश को सुरक्षित मान रहे हैं।
आवासीय बिक्री में यह वृद्धि शहरीकरण, मध्यम वर्ग की बढ़ती आय और किफायती आवास विकल्पों की उपलब्धता का परिणाम है। डेवलपर्स नई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं, जिससे खरीदारों के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध हो रहे हैं।
क्रिसिल का यह अनुमान रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े सभी हितधारकों के लिए उत्साहजनक है। यह न केवल निर्माण गतिविधियों को बढ़ावा देगा, बल्कि रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
भारत की अर्थव्यवस्था लचीली बनी हुई है और खपत में वृद्धि जारी है। रियल एस्टेट क्षेत्र, जो अर्थव्यवस्था के प्रमुख चालकों में से एक है, का यह स्थिर प्रदर्शन देश की समग्र आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह प्रवृत्ति भारतीयों के घरों के सपनों को साकार करने और आवास क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकेत देती है।