भारत ने यूक्रेन और गाजा में शांति की अपील की
भारत ने यूक्रेन और गाजा में चल रहे संघर्षों को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि सभी देशों को शांति स्थापित करने में मदद करने वाली पहलों का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर संघर्षों के प्रभावों को भी रेखांकित किया। जानें इस महत्वपूर्ण विषय पर और क्या कहा गया।
Sep 28, 2025, 14:30 IST
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भारत की शांति की अपील
भारत ने शनिवार को यूक्रेन और गाजा में चल रहे संघर्षों को तुरंत समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया और शांति स्थापित करने में मदद करने वाली किसी भी पहल का समर्थन करने का आश्वासन दिया। यह बयान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र के दौरान दिया।
जयशंकर ने कहा, 'हम सभी के पास शांति और समृद्धि में योगदान देने का अवसर है। संघर्षों के संदर्भ में, विशेषकर यूक्रेन और गाजा में, जिनमें हम सीधे शामिल नहीं हैं, हमें भी इसके प्रभावों का सामना करना पड़ा है।'
समाधान के लिए सक्षम देशों की भूमिका
समाधानों के लिए आगे आएं सक्षम देश
जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से विश्व नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जो देश सभी पक्षों को शामिल कर सकते हैं, उन्हें 'समाधानों की खोज में आगे आना चाहिए'। उन्होंने स्पष्ट किया, 'भारत शत्रुता को समाप्त करने का आह्वान करता है और शांति बहाल करने में सहायक किसी भी पहल का समर्थन करेगा।'
संघर्षों का खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर प्रभाव
खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर संघर्षों का प्रभाव
विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्षों के अलावा, कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे मीडिया में नहीं आते हैं। उन्होंने संघर्षों के वैश्विक प्रभावों को रेखांकित करते हुए कहा, 'ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा, विशेषकर 2022 के बाद से, संघर्षों और व्यवधानों की पहली शिकार रही हैं।'
उन्होंने यह आरोप लगाया कि समृद्ध समाजों ने पहले पहल करके खुद को सुरक्षित कर लिया, जबकि संसाधनों की कमी से जूझ रहे समाजों ने जीवित रहने के लिए संघर्ष किया, और इसके बाद उन्हें केवल पाखंडी भाषण सुनने को मिले।