भारत ने लॉन्च किया स्वदेशी BSNL 4G नेटवर्क: डिजिटल इंडिया की ओर एक बड़ा कदम

BSNL का स्वदेशी 4G नेटवर्क
BSNL Swadeshi 4G Network: भारत ने दूरसंचार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के स्वदेशी 4G स्टैक का उद्घाटन किया। इस लॉन्च के साथ, भारत उन कुछ देशों में शामिल हो गया है जो अपने टेलीकॉम उपकरणों का निर्माण करते हैं, जैसे कि डेनमार्क, स्वीडन, दक्षिण कोरिया और चीन।
बीएसएनएल की रजत जयंती के अवसर पर, प्रधानमंत्री ने 97,500 से अधिक 4G मोबाइल टावरों को राष्ट्र को समर्पित किया। इनमें से 92,600 साइट्स बीएसएनएल की 4G तकनीक से संचालित हैं। इन टावरों के निर्माण में लगभग 37,000 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और ये पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित हैं।
#WATCH | Jaipur: PM Modi inaugurated the indigenous BSNL 4G network via video conferencing. CM Bhajanlal Sharma and Union Minister Arjun Ram Meghwal were also present at the event held at the Jaipur Exhibition & Convention Centre, Sitapura.
— News Media (@NewsMedia) September 27, 2025
On the occasion, Rajasthan CM… pic.twitter.com/SjGgMt90IP
डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
स्वदेशी 4G स्टैक का शुभारंभ डिजिटल इंडिया मिशन को नई ऊर्जा देने वाला है। यह न केवल ग्रामीण क्षेत्रों को तकनीकी रूप से सशक्त करेगा, बल्कि डिजिटल खाई को भी पाटने में मदद करेगा। सरकार का दावा है कि यह क्लाउड-आधारित नेटवर्क भविष्य के लिए तैयार है और इसे बिना किसी कठिनाई के 5G में अपग्रेड किया जा सकेगा।
20 लाख नए उपभोक्ताओं को लाभ
इस परियोजना के तहत 26,700 से अधिक अनकनेक्टेड गांवों को नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इनमें से 2,472 गांव ओडिशा के हैं, जो दुर्गम, सीमावर्ती और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थित हैं। इस लॉन्च से लगभग 20 लाख नए उपभोक्ताओं को सेवा का लाभ मिलेगा।
सौर ऊर्जा से संचालित ग्रीन टेलीकॉम टावर
इस परियोजना की एक विशेषता यह है कि ये टावर सौर ऊर्जा से संचालित होंगे। इसे भारत का सबसे बड़ा ग्रीन टेलीकॉम नेटवर्क कहा जा रहा है, जो स्थायी और पर्यावरण अनुकूल तकनीक की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
100% 4G सैचुरेशन नेटवर्क
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर डिजिटल भारत निधि (Digital Bharat Nidhi) के माध्यम से 100 प्रतिशत 4G सैचुरेशन नेटवर्क का भी अनावरण किया। इसके तहत 29,000 से 30,000 गांवों को मिशन मोड में जोड़ा जा रहा है।