भारत बंद: 25 करोड़ श्रमिकों की हड़ताल, क्या होगा दिल्ली में?

भारत बंद का आह्वान
भारत बंद: आज, बुधवार को, लगभग 25 करोड़ श्रमिक देशभर में भारत बंद में भाग ले सकते हैं। केंद्र सरकार की नीतियों को श्रमिकों और किसानों के खिलाफ बताते हुए विभिन्न क्षेत्रों के कर्मचारी इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। इसमें बैंकिंग, बीमा, डाक सेवा, कोयला खनन, इस्पात, परिवहन और अन्य सरकारी क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल हैं। किसानों और ग्रामीण श्रमिकों ने भी इस बंद का समर्थन करने का निर्णय लिया है।
दिल्ली में बंद का प्रभाव
दिल्ली में बंद के कारण आंशिक व्यवधान की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, अभी तक दिल्ली मेट्रो, स्कूल, बैंक या ट्रैफिक पुलिस द्वारा कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है। इसका मतलब है कि राजधानी में जनजीवन सामान्य रह सकता है, लेकिन यदि हड़ताल को अधिक समर्थन मिला तो यात्रियों को कठिनाई हो सकती है।
दिल्ली मेट्रो सेवाएं
क्या दिल्ली मेट्रो सेवाएं जारी रहेंगी?
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने अब तक कोई विशेष चेतावनी या नोटिस नहीं जारी किया है। लेकिन यदि मेट्रो के बाहर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन होते हैं, तो कुछ रूट्स पर आंशिक देरी या भीड़-भाड़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
समर्थन करने वाले संगठन
भारत बंद को किसका समर्थन मिला?
इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल को संयुक्त किसान मोर्चा और कृषि मजदूर संगठनों ने समर्थन दिया है। यूनियन नेताओं ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन और जनसंपर्क अभियान चलाए जाएंगे।
प्रभावित क्षेत्रों की सूची
किन क्षेत्रों पर असर पड़ेगा?
यूनियन नेताओं का मानना है कि इस हड़ताल से निम्नलिखित क्षेत्रों में सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं:
बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं
डाक सेवाएं
कोयला खनन और औद्योगिक इकाइयां
राज्य परिवहन सेवाएं
सार्वजनिक उपक्रम (PSUs)
ट्रेड यूनियनों ने श्रम मंत्री मनसुख मांडविया को 17 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा है, जिसमें रोजगार सृजन, खाली पदों की भर्ती, और शहरी रोजगार गारंटी जैसी मांगें शामिल हैं।
प्रमुख ट्रेड यूनियनें
हड़ताल में शामिल प्रमुख ट्रेड यूनियनें
INTUC (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस)
AITUC (ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस)
HMS (हिंद मजदूर सभा)
CITU (सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस)
AIUTUC (ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर)
TUCC (ट्रेड यूनियन कोऑर्डिनेशन सेंटर)
SEWA (सेल्फ एम्प्लॉइड विमेन्स एसोसिएशन)
AICCTU (ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस)
LPF (लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन)
UTUC (यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस)
दिल्ली में सेवाओं का प्रभाव
दिल्ली में कितनी प्रभावित होंगी सेवाएं?
हालांकि अब तक कोई बड़ा व्यवधान नहीं देखा गया है, लेकिन यदि हड़ताल को व्यापक समर्थन मिला, खासकर किसानों और श्रमिक संगठनों का, तो दिल्ली की सार्वजनिक सेवाओं, विशेष रूप से परिवहन जैसे मेट्रो, बसें, या ट्रैफिक मूवमेंट पर असर दिख सकता है।