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भारत में ऊर्जा क्षेत्र के लिए डिजिटल ढांचे का विकास तेज़ी से आगे बढ़ेगा

भारत सरकार ने पावर सेक्टर के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास को तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए इंडिया एनर्जी स्टैक टास्कफोर्स की बैठक आयोजित की। इस बैठक में आईईएस स्ट्रेटेजी और आर्किटेक्चर डॉक्यूमेंट पर चर्चा की गई। टास्कफोर्स के सदस्यों ने ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक सुरक्षित और इंटरऑपरेबल डिजिटल बैकबोन बनाने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान किया। जानें इस पहल के महत्व और इसके भविष्य की योजनाओं के बारे में।
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भारत में ऊर्जा क्षेत्र के लिए डिजिटल ढांचे का विकास तेज़ी से आगे बढ़ेगा

इंडिया एनर्जी स्टैक टास्कफोर्स की बैठक

नई दिल्ली: भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय ने सोमवार को पावर सेक्टर के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) के विकास को गति देने के उद्देश्य से इंडिया एनर्जी स्टैक (आईईएस) टास्कफोर्स की बैठक आयोजित की। इस पहल को एक सुरक्षित और इंटरऑपरेबल डिजिटल बैकबोन के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें आरईसी लिमिटेड को नोडल एजेंसी और एफएसआर ग्लोबल को नॉलेज पार्टनर के रूप में शामिल किया गया है।


बैठक का मुख्य ध्यान आईईएस स्ट्रेटेजी डॉक्यूमेंट (वर्जन 0.1) और आईईएस आर्किटेक्चर डॉक्यूमेंट (वर्जन 0.1) पर चर्चा करना था।


इस टास्कफोर्स में टेक्नोलॉजी, पावर सेक्टर और रेगुलेटरी बॉडीज़ के विशेषज्ञ शामिल थे। डॉक्यूमेंट्स के प्रेजेंटेशन के बाद, सदस्यों ने एक गहन राउंडटेबल चर्चा की, जिसका उद्देश्य सभी सदस्यों से उच्च-स्तरीय रणनीतिक मार्गदर्शन प्राप्त करना था।


बैठक की अध्यक्षता डॉ. राम सेवक शर्मा ने की, जो यूआईडीएआई के पूर्व महानिदेशक और एनएचए के पूर्व सीईओ हैं। अन्य प्रमुख सदस्यों में श्री प्रमोद वर्मा, श्री प्रदीप कुमार पुजारी, और श्री जितेंद्र श्रीवास्तव शामिल थे।


आरईसी लिमिटेड के सीएमडी, श्री जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा, "यह बैठक भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक एकीकृत, ओपन और भविष्य के लिए तैयार डिजिटल ढांचे के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है।"


इंडिया एनर्जी स्टैक का उद्देश्य स्टेकहोल्डर्स और एसेट्स की पहचान करना और उन्हें जोड़ना है, जिससे ट्रांसपेरेंट और कुशल ऊर्जा एक्सेस सुनिश्चित हो सके। आईईएस मौजूदा रुकावटों को दूर करेगा और रियल-टाइम डेटा एक्सचेंज को संभव बनाएगा।


बैठक में सदस्यों से मिली गाइडेंस और इनपुट्स बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और आगे के कदमों को आकार देने में सहायक होंगे। टास्कफोर्स की बैठक अब हर महीने आयोजित की जाएगी।


इंडिया एनर्जी स्टैक (आईईएस) प्रोजेक्ट का लक्ष्य जुलाई 2026 तक पूरा करना है।