भारत में कोविड-19 मामलों में वृद्धि, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए दिशा-निर्देश
भारत में कोविड-19 सक्रिय मामले
भारत में कोविड-19 सक्रिय मामले: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 4 जून 2025 तक देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,302 हो गई है। पिछले 24 घंटों में 276 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में सात लोगों की मृत्यु हुई, जिनमें से चार महाराष्ट्र, एक-एक तमिलनाडु, दिल्ली और गुजरात में हुई। जनवरी 2025 से कोविड-19 से मरने वालों की कुल संख्या 44 हो गई है।
राज्यों में सक्रिय मामलों का वितरण
केरल 1,446 सक्रिय मामलों के साथ सबसे अधिक प्रभावित राज्य है, इसके बाद महाराष्ट्र (510), गुजरात (461) और दिल्ली (457) का स्थान है। गुजरात और दिल्ली में 64-64 नए मामले, उत्तर प्रदेश में 63 और पश्चिम बंगाल में 60 मामले दर्ज किए गए हैं। अरुणाचल प्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां अभी तक कोई सक्रिय मामला नहीं है।
नए वेरिएंट का प्रभाव
नए वेरिएंट का प्रभाव
भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के अनुसार, मौजूदा उछाल के लिए ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 जिम्मेदार हैं। JN.1 अभी भी सबसे प्रमुख वेरिएंट है, जो 53% मामलों का कारण बन रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने LF.7 और NB.1.8.1 को वेरिएंट्स अंडर मॉनिटरिंग (VUM) के रूप में वर्गीकृत किया है।
डॉक्टरों की सलाह
कोलकाता के डॉ. अरिंदम बिस्वास ने कहा, 'कोविड अब हमारे साथ रहने वाला है। मामले बढ़ते और घटते रहेंगे, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। मास्क पहनें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।' उन्होंने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी।
केरल में स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
केरल में सतर्कता
केरल स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा के मरीजों के लिए जून 2023 के संशोधित एबीसी दिशा-निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया है। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही हैं। दिशा-निर्देशों में वयस्कों में सांस फूलना, सीने में दर्द, निम्न रक्तचाप और बच्चों में तेज बुखार, उनींदापन, खाने में कठिनाई जैसे लक्षणों की निगरानी पर जोर दिया गया है।
लक्षण और चिकित्सा सलाह
वर्तमान में कोविड-19 के लक्षण हल्के हैं, जिनमें गले में खराश, हल्का बुखार, थकान, खांसी, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द शामिल हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हल्के लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराएं, खुद को आइसोलेट करें और हाइड्रेटेड रहें। गंभीर लक्षण जैसे सांस लेने में तकलीफ या सीने में दर्द होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
