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भारत में बारिश से जनजीवन प्रभावित, मौसम विभाग ने दी चेतावनी

भारत के कई हिस्सों में लगातार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और अधिक बारिश की चेतावनी दी है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, और अन्य राज्यों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है। प्रशासन ने भूस्खलन और जलजमाव जैसी घटनाओं के मद्देनजर एडवाइजरी जारी की है। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
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बारिश से जनजीवन पर असर

देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। विशेष रूप से उत्तर भारत, पूर्वोत्तर और मध्य भारत में लोग गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।


उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने की संभावना है। 5 से 11 जुलाई के बीच इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं अत्यधिक बारिश की आशंका जताई गई है। बिजली गिरने और तेज हवाओं के कारण ग्रामीण इलाकों में भय का माहौल बना हुआ है, विशेषकर खेतों में काम कर रहे किसानों के लिए।


मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड में भी मौसम की स्थिति अगले कुछ दिनों में खराब रहने की उम्मीद है। 5 से 8 जुलाई के बीच इन क्षेत्रों में मूसलधार बारिश हो सकती है। विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी बारिश की तीव्रता बढ़ने का अनुमान है।


पश्चिमी तटीय राज्यों जैसे कोंकण, गोवा, सौराष्ट्र और कच्छ में अगले सात दिनों तक तेज बारिश की संभावना है। मराठवाड़ा में भी 6 और 7 जुलाई को अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। यह बारिश गर्मी से राहत तो देगी, लेकिन जलभराव, ट्रैफिक जाम और कृषि पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।


पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में अगले सप्ताह गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। 5 जुलाई को मेघालय में अत्यधिक बारिश हो सकती है। सब-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी 5 से 10 जुलाई के बीच बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।


तेज बारिश के कारण भूस्खलन, जलजमाव और बिजली गिरने जैसी घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने कई जिलों में एडवाइजरी जारी की है। स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियां दी जा सकती हैं और संवेदनशील क्षेत्रों में राहत टीमों को तैनात किया गया है।