भारत में रॉयटर्स का एक्स अकाउंट क्यों हुआ ब्लॉक? जानें पूरी कहानी

भारत में रॉयटर्स का एक्स अकाउंट ब्लॉक
भारत में रॉयटर्स का आधिकारिक एक्स अकाउंट बंद कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय उनकी ओर से नहीं लिया गया है, बल्कि यह एलन मस्क की कंपनी एक्स की गलती है। सरकार का कहना है कि उसने रॉयटर्स के हैंडल को ब्लॉक करने का कोई निर्देश नहीं दिया और अब वह इस मामले को सुलझाने के लिए एक्स के साथ मिलकर काम कर रही है।
सरकार का स्पष्टीकरण
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह ब्लॉकिंग एक पुराने आदेश के कारण हुई है, जिसे अब लागू करना एक्स की गलती है। यह आदेश मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जारी किया गया था, लेकिन उस समय इसे लागू नहीं किया गया था। अब जब वह स्थिति प्रासंगिक नहीं रही, सरकार ने एक्स से इस गलती को तुरंत सुधारने का अनुरोध किया है।
केंद्र का बयान
केंद्र सरकार ने कहा, "रॉयटर्स के हैंडल को ब्लॉक करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। हम एक्स के साथ मिलकर इस समस्या को सुलझाने में लगे हैं।" सरकार ने इस ब्लॉकिंग पर स्पष्टीकरण मांगा है और एक्स को निर्देश दिया है कि वह इस प्रतिबंध को तुरंत हटा दे।
पुराने आदेश का प्रभाव
एक रिपोर्ट के अनुसार, मई 2024 में ऑपरेशन सिंदूर के तहत कई एक्स अकाउंट्स को ब्लॉक करने का कानूनी आदेश दिया गया था, जिसमें रॉयटर्स भी शामिल था। हालांकि, उस समय रॉयटर्स का अकाउंट सामान्य रूप से कार्यरत था। अब ऐसा प्रतीत होता है कि एक्स ने उसी पुराने आदेश को लागू कर दिया है, जिसे सरकार ने अब अप्रासंगिक बताया है।
रॉयटर्स के अकाउंट्स पर पाबंदी
रॉयटर्स का मुख्य @Reuters हैंडल और @ReutersWorld अब भारत में उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन अन्य संबंधित हैंडल जैसे @ReutersTech, @ReutersAsia, @ReutersFactCheck और @ReutersChina अभी भी देश में एक्सेस किए जा सकते हैं।
लीगल डिमांड क्या होती है?
एक्स की सहायता पृष्ठ पर "देश द्वारा रोकी गई सामग्री" शीर्षक से बताया गया है कि जब किसी देश में किसी अकाउंट या पोस्ट को कानून के तहत ब्लॉक किया जाता है, तब यह संदेश दिखाया जाता है। इसका मतलब है कि वैध कानूनी आदेश, जैसे कोर्ट का निर्देश या स्थानीय कानूनों के तहत, कंटेंट या अकाउंट ब्लॉक किया गया है।