भारतीय रेलवे में 1 जुलाई से लागू होने वाले महत्वपूर्ण बदलाव

भारतीय रेलवे में बदलाव की जानकारी
हर दिन लाखों लोग भारतीय रेल से यात्रा करते हैं। यात्रियों के लिए यह जानना आवश्यक है कि 1 जुलाई से रेलवे में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन होने जा रहे हैं। इन परिवर्तनों का सीधा असर यात्रियों पर पड़ेगा। रेलवे चार्ट बनाने का समय बदल रहा है, और किराए में भी वृद्धि होने वाली है। इसके अलावा, तत्काल टिकट बुकिंग में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।
तत्काल टिकट बुकिंग में नए नियम
रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे लगातार प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में 1 जुलाई से कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू होंगे। सबसे बड़ा बदलाव तत्काल टिकटों के लिए आधार प्रमाणित अकाउंट अनिवार्य करना है।
किराए में वृद्धि
इसके साथ ही, 1 जुलाई से नई किराया सूची भी लागू की जाएगी। रेलवे द्वारा तैयार की गई इस नई सूची में उपनगरीय यातायात पर कोई असर नहीं पड़ेगा। मासिक और त्रैमासिक टिकटों का किराया पूर्ववत रहेगा। जनरल क्लास में 500 किलोमीटर तक की यात्रा के किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन 500 किलोमीटर से अधिक दूरी के लिए किराया बढ़ाया गया है। मेल और एक्सप्रेस गाड़ियों में नॉन एसी क्लास में प्रति यात्री प्रति किलोमीटर एक पैसा, जबकि एसी क्लास में दो पैसे प्रति किलोमीटर किराया बढ़ाया गया है।
आरक्षण चार्ट में बदलाव
दिलीप कुमार ने बताया कि अन्य शुल्कों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रिजर्वेशन चार्ज और स्लीपर चार्ज पहले की तरह रहेंगे। रेलवे ने यह भी बताया कि आरक्षण चार्टिंग का समय बदल दिया गया है। पहले यह गाड़ी के रवाना होने से चार घंटे पहले किया जाता था, अब इसे गाड़ी के रवाना होने से आठ घंटे पहले करने का निर्णय लिया गया है। यदि गाड़ियाँ दोपहर 2 बजे या उससे पहले रवाना होती हैं, तो उनका चार्ट एक दिन पहले रात 9 बजे तैयार होगा।
नया पीआरएस सिस्टम
इसके साथ ही नया पीआरएस (पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम) विकसित किया जा रहा है, जो रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (CRIS) द्वारा बनाया जा रहा है। यह नया सिस्टम मौजूदा प्रणाली की तुलना में दस गुना अधिक भार सहन करने में सक्षम होगा। इसके लागू होने पर प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकटों की बुकिंग की जा सकेगी।