भारतीय विमानन उद्योग पर एयर इंडिया दुर्घटना का प्रभाव
भारतीय विमानन उद्योग ने हाल के वर्षों में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं, लेकिन एयर इंडिया की हालिया दुर्घटना ने इस क्षेत्र में संकट के बादल ला दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना के बाद हवाई यात्रा के प्रति लोगों का दृष्टिकोण बदल सकता है, जिससे यात्रियों की संख्या में कमी आ सकती है। जानें इस दुर्घटना का बीमा उद्योग पर क्या प्रभाव पड़ेगा और यात्रियों की चिंताओं के बारे में।
Jun 14, 2025, 11:52 IST
| भारतीय विमानन उद्योग की स्थिति
भारतीय विमानन क्षेत्र ने पिछले दो वर्षों में कई नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं, लेकिन हाल ही में एयर इंडिया की विमान दुर्घटना ने इस उद्योग के लिए चिंताएं बढ़ा दी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना के बाद हवाई यात्रा के प्रति लोगों का दृष्टिकोण बदल सकता है, जिससे यात्रियों की संख्या में कमी आ सकती है। वर्तमान में, भारतीय विमानन उद्योग का मूल्य 16 बिलियन अमेरिकी डॉलर है और यह विश्व में तीसरी सबसे बड़ी एयरलाइन के रूप में जाना जाता है। पिछले दशक में, देश में हवाई अड्डों की संख्या बढ़कर 487 हो गई है, और वर्तमान में कुल 800 विमान संचालित हो रहे हैं। पिछले दो वर्षों में, 10 करोड़ से अधिक लोगों ने हवाई यात्रा की है। एयरलाइनों द्वारा आकर्षक योजनाओं के कारण यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही थी। हालांकि, हालिया दुर्घटना के बाद, कई लोग हवाई यात्रा से डर सकते हैं। मंदार भारदे, एक विमानन व्यवसायी, ने कहा कि भारतीय विमानन उद्योग विश्व के सर्वश्रेष्ठ वाणिज्यिक उद्योगों में से एक है, इसलिए लोगों को इस दुर्घटना से डरने की आवश्यकता नहीं है।विशेषज्ञों का अनुमान है कि दुर्घटना में शामिल विमान का बीमा करने वाली कंपनी को 11 अरब रुपये का मुआवजा देना होगा। इसमें से 8 अरब रुपये विमान के वास्तविक मुआवजे के लिए होंगे, जबकि शेष 3 अरब रुपये अन्य कारणों से चुकाने होंगे। इस बीमा राशि में विमान को हुए नुकसान, यात्रियों को मुआवजा, और थर्ड पार्टी को हुए नुकसान शामिल हैं। यदि यात्रियों ने व्यक्तिगत एयर ट्रैवल इंश्योरेंस लिया है, तो उन्हें भी संबंधित कंपनियों को मुआवजा देना होगा।
हवाई यात्रा के दौरान कई लोग टर्बुलेंस से डरते हैं, जब विमान हवा में हिलता है। इसके अलावा, लैंडिंग के समय पहियों का बाहर न निकलना या हार्ड लैंडिंग का डर भी यात्रियों को परेशान करता है। उड़ान भरते समय यदि विमान का पिछला हिस्सा जमीन से टकरा जाए तो क्या होगा, यह भी एक चिंता का विषय है।