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भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सपाट, आईटी सेक्टर में तेजी

भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार को सपाट शुरुआत की, जहां सेंसेक्स और निफ्टी में मामूली बढ़त देखी गई। आईटी सेक्टर में तेजी के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में मिलाजुला कारोबार देखने को मिला। विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार निकट भविष्य में सीमित दायरे में रह सकता है। जानें और क्या है बाजार की स्थिति और निवेशकों के लिए क्या सुझाव हैं।
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भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सपाट, आईटी सेक्टर में तेजी

शेयर बाजार का हाल

मुंबई: वैश्विक बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार को सपाट शुरुआत की। सुबह 9:28 बजे सेंसेक्स में 29 अंकों की हल्की बढ़त के साथ यह 84,702 पर और निफ्टी 2 अंकों की वृद्धि के साथ 25,911 पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में कुछ सेक्टरों में अच्छी तेजी देखी गई, विशेषकर निफ्टी आईटी इंडेक्स में 1.11 प्रतिशत की बढ़त हुई। इसके अलावा, ऑटो, मेटल और सर्विसेज भी हरे निशान में थे।


हालांकि, दूसरी ओर पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, एनर्जी, इन्फ्रा और कमोडिटीज इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। लार्जकैप और स्मॉलकैप में मिलाजुला कारोबार देखने को मिला। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 50 अंकों या 0.08 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 60,872 पर था, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 31 अंकों की मामूली गिरावट आई, जो 18,123 पर था।


सेंसेक्स में इन्फोसिस, एचयूएल, टीसीएस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील और अल्ट्राटेक सीमेंट जैसे शेयरों में तेजी आई। वहीं, एचडीएफसी बैंक, बीईएल, पावर ग्रिड, सन फार्मा, आईटीसी, बजाज फिनसर्व, एलएंडटी, एशियन पेंट्स, इटरनल और एक्सिस बैंक में गिरावट देखी गई।


विशेषज्ञों का मानना है कि बड़े संकेतों की कमी के कारण भारतीय शेयर बाजार निकट भविष्य में सीमित दायरे में रह सकता है। निवेशकों को चुनिंदा सेक्टरों में गिरावट पर खरीदारी की रणनीति अपनाने की सलाह दी गई है, और अधिक वैल्यूएशन वाले लार्ज, मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स से दूर रहने की सलाह दी गई है।


वैश्विक बाजारों में भी मिलाजुला कारोबार देखने को मिला। टोक्यो और जकार्ता में तेजी थी, जबकि सोल, हांगकांग और शंघाई में गिरावट आई। कच्चे तेल की कीमतों में भी कमजोरी बनी हुई है, जहां डब्ल्यूटीआई क्रूड 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60.45 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड 0.35 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 64.66 डॉलर प्रति बैरल पर था।