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भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव, निवेशकों ने कमाए 4.50 लाख करोड़ रुपये

भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को अमेरिकी शुल्क वृद्धि के कारण भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि, अंतिम दो घंटों में आईटी, फार्मा और ऑटो कंपनियों के शेयरों में लिवाली के चलते सेंसेक्स ने 800 अंकों की तेजी दिखाई। इस दौरान निवेशकों ने 4.50 लाख करोड़ रुपये की कमाई की। जानें इस उतार-चढ़ाव के पीछे के कारण और भविष्य की संभावनाएँ।
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भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव, निवेशकों ने कमाए 4.50 लाख करोड़ रुपये

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव

मुंबई - अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर शुल्क बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की घोषणा ने घरेलू शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव उत्पन्न किया। गुरुवार को, तेज गिरावट के बाद, विशेष रूप से आईटी, फार्मा और ऑटो कंपनियों के शेयरों में लिवाली के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक हल्के लाभ में बंद हुए। बाजार बंद होने से कुछ मिनट पहले, सेंसेक्स 120 से अधिक अंकों की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था। अंततः, सेंसेक्स हरे निशान पर बंद हुआ, जो दर्शाता है कि दिन के निचले स्तर से 800 से अधिक अंकों की तेजी आई। इस दौरान निवेशकों ने लगभग 4.50 लाख करोड़ रुपये की कमाई की। विशेषज्ञों का मानना है कि यह उछाल अमेरिकी टैरिफ के 27 अगस्त तक होल्ड होने के कारण संभव हुआ। बुधवार को, बीएसई का सेंसेक्स 79.27 अंक (0.10 प्रतिशत) की वृद्धि के साथ 80,623.26 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में 926 अंकों का उतार-चढ़ाव देखा गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी-50 भी 21.95 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,596.15 अंक पर पहुँच गया।


भारतीय निर्यात पर शुल्क का प्रभाव

अमेरिका में भारतीय निर्यात पर शुल्क दोगुना कर 50 प्रतिशत करने की घोषणा के प्रभाव से बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सुबह बीएसई-30 सेंसेक्स 279 अंक गिरकर 80,543.99 अंक पर खुला और दोपहर में 79,811.29 अंक तक गिर गया। लेकिन कम कीमतों पर लिवाली आने से, अंतिम दो घंटों में सेंसेक्स 900 अंकों से अधिक सुधरकर 80,737.55 अंक तक पहुँच गया। अंत में, यह 80,543.99 अंक पर बंद हुआ।


शेयरों में लिवाली और गिरावट

इसी तरह, एनएसई का निफ्टी-50 भी 90 अंक गिरकर 24,464.20 अंक पर खुला और दोपहर में 24,344.15 अंक तक गिर गया। बाद में लिवाली आने से यह 24,634.20 अंक तक मजबूत हुआ और अंततः 24,596.15 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा का शेयर 1.68 प्रतिशत, एचसीएल टेक्नोलॉजीज का 1.17 प्रतिशत, इटरनल का 0.97 प्रतिशत और एक्सिस बैंक का 0.85 प्रतिशत चढ़ा। वहीं, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक और एशियन पेंट्स के शेयर भी हरे निशान में रहे। दूसरी ओर, अडानी पोर्ट्स में 1.55 प्रतिशत, ट्रेंट में 1.06 प्रतिशत, टाटा मोटर्स में 0.85 प्रतिशत और हिंदुस्तान यूनिलिवर में 0.74 प्रतिशत की गिरावट आई।


विदेशी बाजारों का प्रदर्शन

विदेशी बाजारों में एशियाई शेयर हरे निशान में रहे। जापान का निक्केई 0.65 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.69 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.16 प्रतिशत की बढ़त में बंद हुए। भारतीय समयानुसार दोपहर को खुलने वाले यूरोपीय बाजारों में जर्मनी का डैक्स शुरुआती कारोबार में 1.71 प्रतिशत की बढ़त में चल रहा था, जबकि ब्रिटेन का एफटीएसई 0.27 प्रतिशत नीचे था।


भविष्य की संभावनाएँ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस से तेल खरीदने के कारण भारत के माल पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया है, जिससे कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है। नए शुल्क 27 अगस्त से लागू होंगे। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, ट्रम्प की रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन के साथ बैठक की खबरों से भू-राजनीतिक तनाव में कुछ कमी आई है। स्थानीय कारोबारियों को उम्मीद है कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता से कुछ सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। अमेरिकी दल 24 अगस्त को भारत में द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए आएगा।