भिवानी में रोजगार की मांग को लेकर गिरफ्तार युवाओं की रिहाई की अपील

सामाजिक संगठनों का प्रदर्शन
भिवानी में, 10 दिसंबर 2023 को नीलम दक्ष और अन्य युवाओं ने संसद में रोजगार के अवसरों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब यह पता चला कि उनकी गिरफ्तारी के दौरान कोई भी हिंसक गतिविधि या आतंकवादी संबंध नहीं पाए गए। इसके बावजूद, 18 महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें रिहा नहीं किया गया है।
इस मुद्दे को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। शुक्रवार को, राष्ट्रीय कुम्हार महासभा, किसान मोर्चा हरियाणा, और अन्य संगठनों ने उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने उन युवाओं की रिहाई की मांग की जो बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठा रहे थे।
बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठाने का उद्देश्य
कामरेड ओमप्रकाश और अन्य नेताओं ने कहा कि वर्तमान में युवा वर्ग बेरोजगारी की गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था, बल्कि सरकार का ध्यान बेरोजगारी की ओर आकर्षित करना था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि गिरफ्तार युवाओं का किसी आतंकवादी संगठन से कोई संबंध नहीं था। उन्होंने राष्ट्रपति से अपील की कि शिक्षित युवाओं को रिहा किया जाए और उन्हें न्यायालय की पेशियों से मुक्ति दिलाई जाए।