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मध्य पूर्व में तनाव: ईरान, इजरायल और अमेरिका के बीच बढ़ती चिंताएं

मध्य पूर्व में तनाव बढ़ता जा रहा है, जहां इजरायल के संभावित हमले की आशंका के चलते अमेरिका ने अपनी सैन्य तैयारियों को तेज कर दिया है। ईरान के पास समृद्ध यूरेनियम की बढ़ती मात्रा और अमेरिका-ईरान वार्ता में गतिरोध ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। जानें इस जटिल मुद्दे के विभिन्न पहलुओं के बारे में, जिसमें इजरायल की धमकियां और ईरान की चेतावनियां शामिल हैं।
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मध्य पूर्व में तनाव: ईरान, इजरायल और अमेरिका के बीच बढ़ती चिंताएं

ईरान, इजरायल और अमेरिका के बीच तनाव

मध्य पूर्व में तनाव बढ़ता जा रहा है: खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु स्थलों पर संभावित हमले की आशंका जताई गई है। इस खतरे को देखते हुए अमेरिका ने अपनी सैन्य और कूटनीतिक तैयारियों को तेज कर दिया है। विदेश विभाग ने इराक में गैर-जरूरी दूतावास कर्मचारियों को निकालने की अनुमति दी है, और पेंटागन ने क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य परिवारों को स्वेच्छा से बाहर निकलने की अनुमति दी है।


अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को चिंता है कि इजरायल बिना अमेरिका की सहमति के ईरान पर हमला कर सकता है, जिससे अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता प्रभावित हो सकती है। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, तेहरान ने चेतावनी दी है कि यदि इजरायल हमला करता है, तो अमेरिका को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। इसके जवाब में, विदेश विभाग ने मध्य पूर्व, पूर्वी यूरोप और उत्तरी अफ्रीका में अपने दूतावासों को आपातकालीन बैठकें आयोजित करने और सुरक्षा उपायों को सख्त करने का निर्देश दिया है। रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने सैन्य परिवारों की निकासी की अनुमति दी है, और यूएस सेंट्रल कमांड स्थिति पर नजर रख रहा है। एक वरिष्ठ राजनयिक ने कहा, 'हम चिंतित हैं। यह पहले से कहीं अधिक गंभीर है।'


ईरान का परमाणु कार्यक्रम

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने 31 मई 2025 को बताया कि ईरान के पास 408.6 किलोग्राम 60% तक समृद्ध यूरेनियम है, जो हथियार-ग्रेड (90%) से एक कदम दूर है। यह पिछले तीन महीनों में 50% की वृद्धि है। IAEA के अनुसार, यह मात्रा 10 परमाणु हथियार बनाने के लिए पर्याप्त है, यदि इसे और समृद्ध किया जाए। ईरान ने इन दावों को 'राजनीति से प्रेरित' बताते हुए खारिज किया है और कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है। हालांकि, IAEA ने चेतावनी दी है कि ईरान ने लविसान-शियान, वरमिन और तुर्कुजाबाद में गुप्त परमाणु गतिविधियों के बारे में सवालों का जवाब नहीं दिया है।


अमेरिका-ईरान वार्ता में गतिरोध

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के साथ परमाणु समझौते पर संदेह व्यक्त किया है। न्यूयॉर्क पोस्ट को दिए बयान में उन्होंने कहा, 'मैं अब पहले जितना आश्वस्त नहीं हूं।' अमेरिका ने मांग की है कि ईरान पूरी तरह से यूरेनियम समृद्धिकरण बंद करे, लेकिन ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इसे 'अस्वीकार्य' बताया। ओमान में 15 जून 2025 को होने वाली छठे दौर की वार्ता में देरी की आशंका है। अराघची ने कहा कि परमाणु हथियारों के खिलाफ ट्रम्प का रुख ईरान के सिद्धांतों से मेल खाता है, और एक समझौता संभव है।


इजरायल की धमकी और ईरान की चेतावनी

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान 'परमाणु हथियार बनाने के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध' है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, इजरायल हवाई हमलों और कमांडो ऑपरेशनों की योजना बना रहा है, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कुछ महीनों या एक साल के लिए पीछे धकेल सकता है। ईरान ने चेतावनी दी है कि यदि उसकी परमाणु साइटों पर हमला हुआ, तो वह इजरायल के गुप्त परमाणु ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई करेगा। ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा कि इजरायल को 'विनाशकारी जवाब' मिलेगा।