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मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव: इजराइल पर ईरान से मिसाइल हमले की पुष्टि

मध्य पूर्व में तनाव बढ़ता जा रहा है, जब इजराइल पर ईरान से बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं। इस हमले के बाद इजराइल के प्रमुख शहरों में सायरन बजने लगे और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई। हैफ़ा में एक किशोर गंभीर रूप से घायल हुआ है। यह संघर्ष अब आठवें दिन में प्रवेश कर चुका है, और विशेषज्ञों का मानना है कि यदि स्थिति नियंत्रण में नहीं आई, तो यह एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध का रूप ले सकता है।
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मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव: इजराइल पर ईरान से मिसाइल हमले की पुष्टि

मध्य पूर्व में तनाव की नई परत

मध्य पूर्व में तनाव अब अपने चरम पर पहुँच चुका है। शुक्रवार को इजराइली सेना ने यह जानकारी दी कि ईरान से बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं, जिसके परिणामस्वरूप इजराइल के विभिन्न हिस्सों में सायरन बजने लगे। प्रमुख शहरों जैसे तेल अवीव, यरुशलम और बीरशेवा में जोरदार धमाकों की आवाज सुनाई दी। यह हमला दोनों देशों के बीच चल रहे टकराव के आठवें दिन हुआ।


हमले के बाद की स्थिति

इजराइली मीडिया के अनुसार, हैफ़ा में एक किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया है, जबकि एक अन्य नागरिक को भी छर्रे लगे हैं। इजराइल पुलिस ने मिसाइल हमले के बाद कई स्थानों पर प्रभाव क्षेत्र की पहचान की है, लेकिन विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई है।


सायरन की गूंज और नागरिकों की सुरक्षा

इजराइली सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि ईरान से दागी गई मिसाइलों की पहचान के बाद, देश के कई हिस्सों में सायरन बजाए गए। इसके तुरंत बाद, नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई।


धमाकों की आवाज़ें

टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, बीरशेवा से लेकर यरुशलम और तेल अवीव तक जोरदार धमाकों की आवाजें सुनाई दी गईं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने पुष्टि की है कि इजराइली पुलिस ने कई प्रभावी स्थलों की पहचान की है।


हैफ़ा में घायल किशोर की स्थिति

टाइम्स ऑफ इजराइल ने स्थानीय चिकित्सा अधिकारियों के हवाले से बताया कि हैफ़ा में दो लोग घायल हुए हैं, जिनमें से एक किशोर की हालत गंभीर है। उसे छर्रों के कारण गंभीर चोटें आई हैं।


संघर्ष की गंभीरता

यह ध्यान देने योग्य है कि ईरान और इजराइल के बीच चल रहा संघर्ष अब आठवें दिन में प्रवेश कर चुका है। पिछले सप्ताह से दोनों देशों के बीच सैन्य गतिविधियों और हमलों में तेजी आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि स्थिति पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो यह संघर्ष एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध में बदल सकता है।