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मध्य प्रदेश में जातिगत अपमान की शर्मनाक घटना, कांग्रेस ने की कार्रवाई की मांग

मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक युवक को जातिगत अपमान का सामना करना पड़ा, जब उसे ब्राह्मण युवक के पैर धोने और गंदा पानी पीने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने भाजपा सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह मामला सामाजिक भेदभाव और रूढ़ियों की गंभीरता को उजागर करता है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं।
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मध्य प्रदेश में जातिगत अपमान की शर्मनाक घटना, कांग्रेस ने की कार्रवाई की मांग

दमोह जिले में जातिगत अपमान का मामला


मध्य प्रदेश समाचार: दमोह जिले से एक अत्यंत शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां एक युवक को ब्राह्मण जाति के एक व्यक्ति की एआई वीडियो साझा करने के लिए अपमानित किया गया। पीड़ित को ब्राह्मण युवक के पैर धोने और कथित तौर पर उस गंदे पानी को पीने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस ने भाजपा सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।


जानकारी के अनुसार, यह घटना दमोह जिले के पटेरा ब्लॉक के सतरिया गांव में हुई। यहां शराबबंदी के बावजूद शराब बेचने के आरोपी अनुज पांडे को पंचायत ने सजा के रूप में पूरे गांव में घूमकर माफी मांगने और 2100 रुपए का अर्थदंड देने को कहा था। अनुज ने यह सजा स्वीकार कर ली। इस बीच, गांव के कुशवाहा जाति के युवक पुरुषोत्तम ने अनुज का एक फोटो बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, जिसमें एआई की मदद से अनुज को जूते की माला पहने दिखाया गया था।


इस फोटो के वायरल होने के बाद पुरुषोत्तम ने 15 मिनट में वह पोस्ट डिलीट कर दी। इसके बाद अनुज ने पुरुषोत्तम और उसके परिवार को गालियां दीं। सतरिया और आसपास के ब्राह्मण समाज के लोगों ने इसे अपनी जाति का अपमान बताया, जबकि मामला दो व्यक्तियों के बीच का था। फिर पुरुषोत्तम को न केवल माफी मांगने के लिए कहा गया, बल्कि उसे "पैर धोकर पानी पीने" जैसी अपमानजनक सजा दी गई। पुरुषोत्तम से यह कहलवाया गया कि वह समस्त ब्राह्मण समाज से माफी मांगे।



पुरुषोत्तम ने माफी भी मांगी और 5100 रुपए का अर्थदंड भी दिया। बताया जा रहा है कि पैर धोने का वीडियो मौजूद है, लेकिन पैर का पानी पीने का वीडियो नहीं है। इस घटना ने बुंदेलखंड के ग्रामीण समाज में सामाजिक भेदभाव और रूढ़ियों की जिंदा तस्वीर पेश की है। वीडियो वायरल होने के बाद दोनों पक्ष इसे आपसी मामला बता रहे हैं। वहीं, पुलिस और प्रशासन को अब तक शिकायत का इंतजार है।


इस बीच कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'मध्य प्रदेश में पुरुषोत्तम कुशवाहा से जबरदस्ती अनुज पांडेय के पैर धुलवाए गए, फिर उस गंदे पानी को पीने को मजबूर किया गया। पुरुषोत्तम कुशवाहा को धमकाकर ये कहलवाया गया कि वो आजीवन ब्राह्मणों की पूजा करता रहेगा। ये घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। देश के संविधान के खिलाफ है। संविधान ने देश के हर नागरिक को समान दर्जा दिया है।'


पार्टी ने आगे लिखा, 'दलितों-पिछड़ों के साथ हो रही ऐसी घटनाएं पूरे देश और समाज पर कलंक हैं। ऐसी घटनाओं की जितनी भर्त्सना की जाए वो कम है। भाजपा सरकार इस घटना से जुड़े अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करे, ताकि साफ संदेश जाए कि समाज में ऐसी घटनाओं की कोई जगह नहीं है। ये देश बाबा साहेब के संविधान से चलेगा, RSS-BJP के चहेते मनुवाद से नहीं।'