मध्य प्रदेश में होटल की इमारत का ढहना: क्या प्रशासन की लापरवाही है जिम्मेदार?

मध्य प्रदेश में बड़ा हादसा टल गया
मध्य प्रदेश समाचार: बुधवार सुबह शाजापुर जिले में एक गंभीर घटना से बचाव हुआ। नई सड़क पर स्थित महाराजा होटल की पहली मंजिल का शौचालय अचानक गिर गया। इस घटना के समय सड़क पर एक स्कूटी खड़ी थी, जो मलबे में दबकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। राहत की बात यह रही कि उस समय कोई व्यक्ति वहां मौजूद नहीं था, अन्यथा यह एक बड़ा हादसा बन सकता था।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
घटना की तेज आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। यह पूरा मामला होटल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में भी रिकॉर्ड हो गया। इस घटना ने होटल प्रबंधन और नगरपालिका की लापरवाही को एक बार फिर उजागर किया है।
होटल की जर्जर स्थिति
जर्जर हालत में होटल की इमारत
स्थानीय निवासियों के अनुसार, महाराजा होटल काफी समय से जर्जर अवस्था में है। नरेन्द्र विश्वकर्मा नामक एक निवासी ने बताया कि लगभग 3 साल पहले होटल की टीन शेड छत तेज हवा में उड़कर सड़क पर गिर गई थी। इसके बावजूद होटल प्रबंधन ने कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाए।
स्थानीय लोगों की चिंताएं
स्थानीय लोगों ने जताई चिंता
होटल के आसपास कई आवासीय भवन हैं। स्थानीय निवासियों ने चिंता व्यक्त की कि होटल के बाहर लगे एसी यूनिट्स और कमजोर निर्माण कभी भी गिरकर किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। उन्होंने नगरपालिका प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि होटल का निर्माण अवैध है, जिसे तुरंत हटाया जाना चाहिए।
होटल प्रबंधन का बयान
होटल प्रबंधन का पक्ष
होटल के मैनेजर सौरभ गुप्ता ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। सड़क पर गिरे मलबे को हटाने की व्यवस्था की जा रही है। नगरपालिका की टीम भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही है।
प्रशासन पर सवाल उठे
प्रशासन पर उठे सवाल
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस होटल के खिलाफ कई बार शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोगों ने मांग की है कि नगरपालिका प्रशासन तुरंत हस्तक्षेप करे और ऐसे खतरनाक निर्माण को हटाकर संभावित हादसों को रोके।