मानसून की विदाई: अक्टूबर में बारिश का दौर जारी

मानसून की विदाई में देरी
बंगाल की खाड़ी में दबाव के कारण मानसून की विदाई में देरी
इस वर्ष मानसून ने समय से पहले दस्तक दी थी, लेकिन अब इसकी विदाई में देरी हो रही है। इस साल मानसून के दौरान देशभर में सामान्य से अधिक वर्षा हुई, जिससे कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक सकुर्लेशन बनने की संभावना है, जिसके कारण मानसून कुछ और दिनों तक देश में बना रहेगा। इसकी विदाई अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में होने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में बारिश की संभावना है। पूर्वोत्तर राज्यों में भी 2 दिन बाद बारिश की संभावना जताई गई है।
कौन से राज्य हुए प्रभावित
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पहले ही राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड से विदाई ले ली है। वर्तमान में यह गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में सक्रिय है, जिससे कई क्षेत्रों में बारिश हो रही है। इस वर्ष देश में कुल 108% वर्षा दर्ज की गई है।
गुजरात और महाराष्ट्र में भारी बारिश
मानसून की विदाई में देरी के कारण गुजरात और महाराष्ट्र में भारी बारिश हो रही है। गुजरात के कई क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश ने तबाही मचाई है। वलसाड और नवसारी जिलों में कई घरों को नुकसान पहुंचा है। द्वारका में कल्याणपुर को पोरबंदर से जोड़ने वाला स्टेट हाईवे जलमग्न हो गया है। वहीं, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में 3,050 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। 1 जून से 29 सितंबर के बीच बारिश और बाढ़ के कारण 104 लोगों की जान गई है।
उत्तर भारत में बाढ़ का कहर
इस साल मानसून के दौरान उत्तर भारत में बाढ़ की स्थिति गंभीर रही। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने लोगों को नुकसान पहुंचाया। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं।