मिशिगन चर्च में गोलीबारी: हमलावर की पहचान और समुदाय में दहशत

मिशिगन में चर्च में हुई गोलीबारी
मिशिगन चर्च में गोलीबारी: अमेरिका के मिशिगन राज्य में रविवार को एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर दिया। डेट्रॉइट से लगभग 50 मील उत्तर में स्थित ग्रैंड ब्लैंक के 'द चर्च ऑफ जीसस क्राइस्ट ऑफ लैटर-डे सेंट्स' में अचानक गोलीबारी शुरू हो गई। इस हमले में चार लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हुए। पुलिस की कार्रवाई में हमलावर भी मारा गया। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में भय का माहौल है.
हमलावर की पहचान
ग्रैंड ब्लैंक टाउनशिप के पुलिस प्रमुख विलियम रेने ने बताया कि संदिग्ध हमलावर बर्टन का 40 वर्षीय व्यक्ति था। उसने अपनी गाड़ी चर्च की इमारत में घुसा दी और वहां मौजूद सैकड़ों लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार, हमलावर ने असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया और उसकी मंशा पूरी तरह से लोगों की जान लेना थी। गोलीबारी के दौरान दो घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है.
ईसाइयों पर लक्षित हमला
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे देश में ईसाइयों पर लक्षित हमला बताया। उन्होंने कहा कि मुझे मिशिगन के ग्रैंड ब्लैंक स्थित चर्च में हुई भयावह गोलीबारी की जानकारी मिली है। एफबीआई तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई है और संघीय जांच का नेतृत्व करेगी।
पुलिस की अपील
यह हमला स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 11 बजे हुआ। जैसे ही फायरिंग की सूचना मिली, ग्रैंड ब्लैंक टाउनशिप पुलिस विभाग ने तुरंत इलाके को सील कर दिया और लोगों से आसपास न आने की अपील की। घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल और बचाव दल तैनात कर दिए गए। स्थानीय प्रशासन ने कहा कि हमलावर की मंशा को लेकर अभी जांच जारी है.
मिशिगन की गवर्नर की प्रतिक्रिया
मिशिगन की गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ग्रैंड ब्लैंक समुदाय के लिए मेरा दिल टूट गया है। किसी भी जगह हिंसा अस्वीकार्य है, खासकर पूजा स्थलों पर। मैं उन पहले प्रतिक्रिया देने वालों का आभार व्यक्त करती हूं जिन्होंने त्वरित कदम उठाए।
गोलीबारी के दौरान चर्च में आग
गोलीबारी के कारण चर्च के अंदर अफरा-तफरी मच गई। जेनेसी काउंटी के शेरिफ क्रिस्टोफर स्वानसन ने जानकारी दी कि फायरिंग के दौरान पूरे चर्च में आग लग गई थी। राहतकर्मियों ने तुरंत अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला। दोपहर करीब 12.20 बजे तक आग ने गंभीर रूप ले लिया था, लेकिन लगभग 20 मिनट बाद पुलिस और दमकल विभाग ने स्थिति पर काबू पा लिया।
समुदाय में डर
यह हमला उस समय हुआ जब चर्च में रविवार की प्रार्थना सभा चल रही थी। वहां परिवार, बुजुर्ग और बच्चे भी मौजूद थे। गोलीबारी और आग के कारण लोगों को तुरंत बाहर निकालना पड़ा। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर अपनी चिंता और भय व्यक्त किया।