मोहाली से कुराली तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण फिर से शुरू
निर्माण कार्य में तेजी
मोहाली से कुराली तक बनने वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे अब उद्घाटन की ओर बढ़ रहा है। किसानों और स्थानीय निवासियों ने 12 दिनों तक चले धरने को समाप्त कर दिया है, जिससे निर्माण कार्य में तेजी आई है।
धरने का कारण
स्थानीय किसानों और ग्रामीण संगठनों ने 24 नवंबर को बजहेड़ी गांव के पास प्रवेश और निकास की सुविधा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। यह स्थान टोल प्लाजा के निकट होने के कारण सुरक्षा नियमों के तहत नई एंट्री या एग्जिट बनाने में बाधा उत्पन्न कर रहा था।
समाधान कैसे निकला
ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि पास की सर्विस रोड को पहले से मौजूद प्रवेश बिंदु से जोड़ा जाए। एनएचएआई ने इसे स्वीकार करते हुए समीक्षा करने और सक्षम प्राधिकारी को भेजने पर सहमति जताई।
निर्माण कार्य में तेजी
धरना समाप्त होने के बाद एनएचएआई और ठेकेदारों ने फिनिशिंग कार्य में तेजी लाई। बीबीएमबी ने पहले ही हाई टेंशन लाइनों का स्थानांतरण पूरा कर लिया है, जो परियोजना की अंतिम तकनीकी बाधा मानी जा रही थी।
परियोजना का विकास
यह प्रोजेक्ट दो पैकेजों में तैयार हो रहा है। पैकेज 1, अम्बाला हिसार रोड से आईटी सिटी तक, 30 किमी लंबा है और 75 प्रतिशत पूरा हो चुका है। पैकेज 2, आईटी सिटी चौंक से कुराली तक, 31.23 किमी लंबा है और 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
परियोजना लागत और भूमि उपयोग
एनएचएआई के आंकड़ों के अनुसार, इस परियोजना की कुल लागत 3166.96 करोड़ रुपये है और यह 395 हेक्टेयर भूमि पर निर्माणाधीन है। वर्तमान में 88 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
महत्व और लाभ
यह एक्सप्रेसवे चंडीगढ़ अम्बाला छह लेन कॉरिडोर का हिस्सा है। इससे मोहाली, खरड़ और कुराली में ट्रैफिक दबाव कम होगा और यात्रा समय में कमी आएगी।
