यमुनानगर में कैंसर दवा के नाम पर 66 लाख की ठगी का मामला
यमुनानगर में ठगी का मामला
यमुनानगर (Cancer medicine)। कैंसर का इलाज करने का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने का प्रयास एक व्यक्ति को महंगा पड़ा। सेक्टर-17 निवासी अनिल बंसल ने आरोप लगाया है कि ठगों ने उससे 66 लाख रुपये लिए और बदले में एक थैले में सांप दे दिया। इसके साथ ही, उन्होंने उसे सांप की तस्करी में फंसाने की धमकी भी दी। यह घटना 2019 की है, और अब अनिल ने सेक्टर-17 पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गांव काजीबांस के निवासी रिंकू सैनी, मुर्सलीन, हरप्रीत और जगाधरी के दर्पण प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैंसर दवा के नाम पर ठगी
जांच अधिकारी लाभ सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
अनिल बंसल ने पुलिस को बताया कि लगभग सात साल पहले उसकी पहचान दर्पण प्रजापति के माध्यम से रिंकू सैनी से हुई थी। रिंकू ने उसे बताया कि एक विशेष दवा से कैंसर का इलाज संभव है और इससे वह लाखों रुपये कमा सकता है। अनिल ने उसकी बातों पर विश्वास किया।
13 दिसंबर 2019 को रिंकू, मुर्सलीन और हरप्रीत ने उसे होटल सफायर यमुनानगर के पास बुलाया। वहां से वे पांवटा साहिब के लिए रवाना हुए, जहां एक अज्ञात व्यक्ति से सौदा हुआ। दवा की कीमत 2 करोड़ रुपये बताई गई, लेकिन अंततः सौदा 66 लाख रुपये में तय हुआ।
अनिल ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उससे एक एफिडेविट जबरन लिया, जिसमें लिखा गया कि उनका कोई बकाया नहीं है। इसके बाद, उन्होंने उसे नोटरी एटेस्टेशन और ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया। अगले दिन, रिंकू और उसके साथी उसे दवा लेने के लिए बुलाने आए।
दवा की जगह सांप मिला
आरोपियों ने अनिल को एक थैला दिया और 66 लाख रुपये ले लिए। जब उसने थैला खोला, तो उसमें एक सांप था। अनिल ने उनसे पूछा कि उसने दवा मांगी थी, तो उन्हें सांप क्यों दिया गया।
आरोपियों ने कहा कि इस सांप के जहर से दवा बनेगी। इसके बाद अनिल और आरोपियों के बीच बहस हुई, और वे थैला छोड़कर भाग गए। जब अनिल ने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने उसे सांप तस्करी के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद, अनिल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
