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राजनाथ सिंह की मोरक्को यात्रा: भारत-पाकिस्तान संबंधों पर महत्वपूर्ण बयान

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोरक्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की। उन्होंने पीओके के संबंध में अपने विचार साझा किए और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट किया। यह यात्रा भारतीय रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और पाकिस्तान के साथ संबंधों पर भी प्रकाश डालती है। जानें इस यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह ने क्या कहा और इसके पीछे का महत्व क्या है।
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राजनाथ सिंह की मोरक्को यात्रा: भारत-पाकिस्तान संबंधों पर महत्वपूर्ण बयान

मोरक्को में भारतीय रक्षा मंत्री की ऐतिहासिक यात्रा

नई दिल्ली - भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय यात्रा पर मोरक्को पहुंचे हैं। यह किसी भारतीय रक्षा मंत्री की पहली यात्रा है। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स की एक विनिर्माण इकाई का उद्घाटन किया, जो अफ्रीका में पहला भारतीय रक्षा निर्माण संयंत्र है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, राजनाथ सिंह अपने समकक्ष अब्देलतीफ लौदियी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। इसके अलावा, उन्होंने मोरक्को की राजधानी रबात में भारतीय समुदाय को संबोधित किया।


भारतीय समुदाय के साथ संवाद

भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत करते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा, "भारत के प्रति हमारी भक्ति और प्रेम स्वाभाविक है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम भारतीय हैं। अगर हम मोरक्को में रहकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं, तो हमें भारत के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए।"


पीओके पर राजनाथ सिंह का बयान

राजनाथ सिंह ने पीओके के बारे में कहा, "पीओके अपने आप हमारा होगा। वहां की आवाजें उठने लगी हैं। मैंने पहले भी कहा था कि हमें पीओके पर कब्जा करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, वह खुद कहेगा, 'मैं भी भारत हूं'।"


आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति

उन्होंने आगे कहा, "हमने केवल उन लोगों को निशाना बनाया है जिन्होंने हमारे नागरिकों को मारा। भारत का चरित्र ऐसा है कि हम किसी भी नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान पर हमला नहीं करते।" राजनाथ सिंह ने यह भी बताया कि अगर पाकिस्तान आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहता है, तो उसे जवाब दिया जाएगा।


भारत-पाकिस्तान संबंधों पर विचार

राजनाथ सिंह ने कहा, "हम अच्छे संबंध चाहते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि दोस्त बदले जा सकते हैं, पड़ोसी नहीं। हम पाकिस्तान को सही रास्ते पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा है कि यह केवल एक विराम है, जिसे फिर से शुरू किया जा सकता है।"