राजस्थान में अटल पथ परियोजना: छोटे गांवों को मिलेगा नया रास्ता

अटल पथ परियोजना का शुभारंभ
अटल पथ परियोजना : राजस्थान के करौली जिले में 5000 जनसंख्या वाले पांच गांवों में अटल पथ का निर्माण किया जाएगा। इस योजना के लिए सरकार ने स्वीकृति प्रदान की है, जिसके बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग ने निविदा प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की है। पहले यह योजना केवल उन गांवों के लिए थी जिनकी जनसंख्या 10,000 से अधिक थी, लेकिन 2025-26 के बजट में किए गए महत्वपूर्ण परिवर्तनों के तहत अब छोटे गांव भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
निर्माण के लिए चयनित गांव
जिले के 5 गांवों में होंगे अटल पथ का निर्माण
करौली जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों से पांच गांवों का चयन किया गया है जहां पहले चरण में अटल पथ का निर्माण किया जाएगा। इन सड़कों की कुल लंबाई 7.85 किलोमीटर होगी और इसका निर्माण आधुनिक तकनीक से सीमेंट-कंक्रीट से किया जाएगा।
निर्माण की विस्तृत जानकारी
चयनित गांव एवं प्रस्तावित अटल पथ
करौली विधानसभा क्षेत्र के कटकड़ गांव में 1 किलोमीटर का अटल पथ बनेगा, जबकि टोडाभीम विधानसभा क्षेत्र के गुढ़ाचन्द्रजी में 1.25 किलोमीटर का अटल पथ बनाया जाएगा। टोडाभीम के मूंडिया गांव में 2 किलोमीटर का अटल पथ, हिण्डौन विधानसभा क्षेत्र के अकबरपुर गांव में 1.40 किलोमीटर का अटल पथ और सपोटरा विधानसभा क्षेत्र के आस्थाधाम कैलादेवी में 1.20 किलोमीटर का अटल पथ का निर्माण होगा।
लागत और निविदा प्रक्रिया
प्रति अटल पथ पर दो करोड़ की लागत
सरकार ने प्रत्येक अटल पथ के लिए दो करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। हालांकि, कैलादेवी के अटल पथ के लिए प्रारंभिक स्वीकृति एक करोड़ रुपये की है, जिसके लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग ने उच्चाधिकारियों को रिवाइज स्वीकृति के लिए पत्र भेजा है।
कार्य की शुरुआत
जून में पूरी होगी निविदा प्रक्रिया
निविदा प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और उम्मीद है कि जून 2025 में यह प्रक्रिया पूरी होते ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा। अटल पथ के निर्माण से इन गांवों में आवागमन में सुधार होगा और खराब सड़कों से राहत मिलेगी।
सड़क की चौड़ाई
सड़क की चौड़ाई गांव की ज़मीन उपलब्धता पर निर्भर
अटल पथ की चौड़ाई गांवों में 7 मीटर से 5.50 मीटर तक होगी, जो गांव की भू-उपलब्धता और जनसंख्या घनत्व पर निर्भर करेगी। राज्य सरकार की इस पहल से करौली जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की गति तेज होगी। पहले जहां सड़कें खराब थीं, वहीं अब नए अटल पथ गांवों की तस्वीर बदल देंगे। ग्रामीणों को राहत मिलेगी और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।