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राजस्थान में फर्जी पासपोर्ट और हथियारों का बड़ा खुलासा

राजस्थान के चूरू जिले में पुलिस ने दो गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से फर्जी पासपोर्ट और हथियार बरामद हुए हैं। ये अपराधी भारत में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर विदेश भागने की योजना बना रहे थे। पुलिस की तत्परता ने उनके इरादों को विफल कर दिया। इस मामले में और भी लोगों के शामिल होने की संभावना है, और पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
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राजस्थान में फर्जी पासपोर्ट और हथियारों का बड़ा खुलासा

राजस्थान में फर्जी पासपोर्ट का मामला

राजस्थान समाचार: गाजियाबाद में फर्जी दूतावास के खुलासे के बाद, अब राजस्थान के चूरू जिले में फर्जी पासपोर्ट का मामला सामने आया है। पुलिस ने दो सक्रिय अपराधियों, रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण, को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने हथियार और फर्जी पासपोर्ट भी बरामद किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि ये दोनों अपराधी भारत में गंभीर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर विदेश भागने की योजना बना रहे थे, लेकिन पुलिस की तत्परता ने उनके इरादों को विफल कर दिया।


अमेरिकी पिस्टल और कारतूस की बरामदगी

दो अमेरिकी पिस्टल बरामद


पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान 2 अमेरिकी पिस्टल, 9 जिंदा कारतूस और फर्जी पासपोर्ट जब्त किए हैं। इनके खिलाफ आर्म्स एक्ट और पासपोर्ट अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। देवकरण उर्फ देवा (30) और विजय सिंह उर्फ गंगा सिंह (29) के खिलाफ कार्रवाई की गई है।


फर्जी दस्तावेजों का उपयोग

पासपोर्ट बनाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा


पूछताछ में पता चला कि दोनों अपराधी जानबूझकर अपने असली पते की जगह लक्ष्मणगढ़ (सीकर) का फर्जी पता देकर पासपोर्ट बनवा रहे थे। पुलिस के अनुसार, यदि वे सही पता देते, तो सत्यापन के दौरान उनका आपराधिक रिकॉर्ड सामने आ जाता और पासपोर्ट आवेदन रद्द हो जाता। आरोपी विजय सिंह इस फर्जी पासपोर्ट के जरिए दो बार विदेश यात्रा कर चुका है।


विदेश भागने की योजना

विदेश भागना चाहते थे आरोपी


इन दोनों का उद्देश्य फर्जी पासपोर्ट के माध्यम से भारत में बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देना था और फिर विदेश भागने की योजना बनाना था। लेकिन राजगढ़ पुलिस की सतर्कता ने इस साजिश का पर्दाफाश कर दिया।


अनुसंधान जारी

अभी और खुलासों की उम्मीद


अनुसंधान अधिकारी एसआई धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि इस फर्जीवाड़े में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस अब इस गिरोह की पूरी जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है और जल्द ही फर्जी पासपोर्ट सिंडिकेट के अन्य सदस्यों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।