राजस्थान में रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण: विकास की नई दिशा

राजस्थान में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास
राजस्थान समाचार : राजस्थान में रेलवे नेटवर्क को तेजी से विकसित किया जा रहा है। हाल ही में, एक रेलवे ट्रैक को विद्युतीकरण करने का कार्य आरंभ किया गया है। इस विद्युतीकरण के चलते ट्रेनें उत्तर भारत के पंजाब, राजस्थान और हरियाणा से होकर सवाई माधोपुर तक पहुंच सकेंगी। इस परियोजना पर 144 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस ट्रैक को 1996 में स्वीकृति मिली थी, लेकिन इसे पूरा करने में दो दशकों से अधिक का समय लग गया है.
दौसा से गंगापुर शहर के बीच ट्रेनों का संचालन
दौसा-गंगापुर ट्रैक का विद्युतीकरण
दौसा-गंगापुर ट्रैक को इलेक्ट्रिक बनाने का कार्य शुरू हो चुका है, जिसमें 143 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। यह कार्य 2026 की शुरुआत तक पूरा होने की उम्मीद है। विद्युतीकरण के बाद, दौसा से गंगापुर शहर के बीच इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसके साथ ही, दिल्ली-अहमदाबाद और दिल्ली-मुंबई जैसे प्रमुख रेलवे ट्रैक को जोड़ने के लिए इस ट्रैक पर लंबी दूरी की गाड़ियों का संचालन भी शुरू होगा। इससे क्षेत्र के निवासियों को बड़े शहरों तक पहुंचने में सुविधा होगी और औद्योगिक विकास के लिए नए रास्ते खुलेंगे।
परियोजना की मंजूरी और प्रगति
1996-97 में मिली मंजूरी
संवदेक ने दौसा से काम की शुरुआत करते हुए विद्युत लाइन के पोल खड़ा करने के लिए फाउंडेशन का निर्माण शुरू किया है। यह कार्य दौसा से शुरू होकर बनियान और नांगल राजावतान होते हुए सलेमपुरा तक पहुंच चुका है। प्रतिदिन मजदूर फाउंडेशन का काम कर रहे हैं। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ट्रैक पर पोल लगाकर विद्युत लाइन खींचने का कार्य आरंभ होगा। दौसा-गंगापुर रेल परियोजना को 1996-97 में स्वीकृति मिली थी, लेकिन इसे पूरा करने में ढाई दशक से अधिक का समय लग गया। पिछले वर्ष 16 मार्च को लोकसभा चुनावों के लिए आचार संहिता लागू होने से कुछ घंटे पहले रेलवे ने दौसा से गंगापुर के बीच पहली सवारी गाड़ी का संचालन शुरू किया। वर्तमान में, इस रेलवे ट्रैक में विद्युतीकरण न होने के कारण उत्तर भारत के हरियाणा, राजस्थान और पंजाब से कई ट्रेनें हिसार, रेवाड़ी, अलवर और जयपुर से होकर सवाई माधोपुर पहुंच रही हैं।
रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा
विद्युतीकरण के लाभ
विद्युतीकरण के बाद, ये ट्रेनें सीधे दौसा, लालसोट और गंगापुर सिटी से सवाई माधोपुर की ओर जाएंगी। इसके अलावा, यहां से कोटा, इंदौर, भोपाल, नागपुर और दक्षिण भारत की कई ट्रेनों का संचालन भी संभव होगा। इससे जयपुर जैसे व्यस्त रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव भी कम होगा।
डिडवाना में ट्रेक्शन सबस्टेशन का निर्माण
टीएसएस (TSSA) डिडवाना में स्थापित होगा
डिडवाना में एक ट्रेक्शन सबस्टेशन (TSS) दौसा-गंगापुर रेलवे ट्रैक पर स्थापित किया जाएगा, जो इस पूरे ट्रैक को बिजली प्रदान करेगा। रेलवे अधिकारी डिडवाना में जमीन का निरीक्षण कर चुके हैं और काम जल्द ही शुरू होगा। दौसा-गंगापुर रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण का टेंडर मिल चुका है, जिससे कार्य आरंभ हो गया है। इस परियोजना की लागत 143 करोड़ रुपये है और इसकी लंबाई 94 किलोमीटर है। यह कार्य वर्ष 2025 से 2026 तक पूरा होगा और इसे एक ही कंपनी को सौंपा गया है।