राजस्थान में रेलवे सेवाओं में सुधार: नई ट्रेनें और स्टेशन का आधुनिकीकरण
रेल मंत्री का राजस्थान दौरा
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में राजस्थान का दौरा किया, जिसमें उन्होंने प्रदेशवासियों के लिए कई राहत भरी घोषणाएं कीं। इस बार उनका ध्यान केवल घोषणाओं पर नहीं था, बल्कि उन्होंने आम जनता को सीधे लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं पर जोर दिया। नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत और रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देने के लिए किए जा रहे हैं।रेल मंत्री ने जानकारी दी कि जोधपुर और बीकानेर से दिल्ली के लिए दो वंदे भारत ट्रेनें जल्द ही शुरू की जाएंगी। इससे इन क्षेत्रों के निवासियों को तेज, आरामदायक और समय पर यात्रा का लाभ मिलेगा। इसके अलावा, दिल्ली से जैसलमेर के लिए एक ओवरनाइट एक्सप्रेस ट्रेन भी चलाई जाएगी, जो पर्यटन और स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने में सहायक होगी।
स्टेशनों का आधुनिकीकरण
जयपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की समीक्षा करते हुए मंत्री ने कहा कि स्टेशन के दूसरे प्रवेश द्वार पर बेहतरीन कार्य किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मुख्य प्रवेश द्वार पर भी जल्द ही काम शुरू होगा। स्टेशन की पुरानी छवि को आधुनिक रूप में ढालने का प्रयास किया जा रहा है, जिसमें जयपुर की स्थापत्य कला का ध्यान रखा जा रहा है।
सिर्फ जयपुर ही नहीं, गांधी नगर और सांगानेर स्टेशनों को भी नया रूप दिया जा रहा है। अब तक देशभर में 110 से अधिक स्टेशनों का कायाकल्प किया जा चुका है।
यात्री सुरक्षा पर ध्यान
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि पिछले सरकारों की तुलना में अब रेलवे दुर्घटनाओं में काफी कमी आई है। पहले हर साल 400 से अधिक ट्रेनें पटरी से उतरती थीं, जबकि अब यह संख्या घटकर लगभग 50 रह गई है। रेलवे मंत्रालय यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए नई योजनाओं पर कार्य कर रहा है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में रेल कनेक्टिविटी
बीकानेर, अनूपगढ़ और जैसलमेर जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में रेल कनेक्टिविटी को और मजबूत किया जा रहा है। इन क्षेत्रों में नई रेलवे योजनाएं तैयार की जा रही हैं, जिससे लोगों की आवाजाही आसान होगी और सुरक्षा तथा विकास को गति मिलेगी। राजस्थान और गुजरात की सीमाओं पर एक नया रेल नेटवर्क स्थापित करने की योजना भी है।
जयपुर स्टेशनों के नाम में बदलाव?
जयपुर वासियों के लिए एक दिलचस्प प्रस्ताव भी सामने आया है। मंत्री ने जनता से पूछा कि क्या जयपुर के सभी रेलवे स्टेशनों के नाम में "जयपुर" जोड़ा जाना चाहिए। इस मुद्दे पर आम जनता से सुझाव मांगे गए हैं और अधिकारियों को एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।