रामोत्सव 2025: लखनऊ में रामलीला का भव्य मंचन

रामोत्सव 2025 का आयोजन
लखनऊ में मंगलवार को श्री ऐशबाग रामलीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला में भगवान श्रीराम के जन्म से लेकर अहिल्या उद्धार तक की कथा का मंचन किया गया। इस दौरान अयोध्या के राजा दशरथ ने पुत्रकामेष्टि यज्ञ का आयोजन किया, जिसके फलस्वरूप माता कौशल्या ने भगवान श्रीराम को जन्म दिया। वहीं, माता कैकई ने भरत और रानी सुमित्रा ने लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न को जन्म दिया।
इसके बाद भगवान राम की बाल लीलाओं का प्रदर्शन किया गया, जिसे देखकर दर्शक भावुक हो गए। कलाकारों ने श्रीराम का भाइयों के साथ शिक्षा ग्रहण करने, गुरु वशिष्ठ से शिक्षा प्राप्त करने और ऋषि विश्वामित्र के साथ जाकर ताड़का, मारीच और सुबाहु जैसे असुरों का वध करने का अभिनय जीवंतता से प्रस्तुत किया।
रामलीला में दशरथ का किरदार भास्कर बोस ने निभाया, जबकि कौशल्या, कैकई और सुमित्रा के रूप में क्रमशः अपर्णा, जोयता और मणिका नजर आईं। गुरु वशिष्ठ का किरदार श्यामल दास ने निभाया, वहीं विश्वामित्र के रूप में संजीत मंडल और आर्य सुमंत्र के रूप में निलेश सक्सेना दिखे।
श्रीराम का किरदार प्रशांतो ने निभाया, जबकि लक्ष्मण का किरदार प्रथ्वीजीत, भरत का प्रिंस, शत्रुघ्न का सुमित, अहिल्या का वासंती, और सुबाहु एवं मारीच का रोल सजल सरकार और यश ने किया। ताड़का का किरदार शंकर पॉल ने निभाया, जबकि बाल राम का अभिनय उदीशा ने किया।
रामलीला से पहले नित्या डांस अकादमी के छात्रों ने गणपति वंदना, देवी स्तुति, नवदुर्गा और डांडिया नृत्य की प्रस्तुति दी। कामर्स स्फेयर एवं डांस स्फेयर द्वारा नृत्य शिक्षिका स्वाति श्रीवास्तव के निर्देशन में गणेश स्तुति और माँ काली एवं माँ दुर्गा पर आधारित कविताओं का मंचन किया गया। इस प्रस्तुति में स्वाती और उनके शिष्य कलाकारों ने भाग लिया।
श्री रामलीला समिति ऐशबाग के अध्यक्ष हरिशचन्द्र अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को रामलीला में जनक प्रतिज्ञा, धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर, परशुराम-लक्ष्मण संवाद और सीताराम विवाह का मंचन मुख्य आकर्षण होगा।