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राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा': क्या है इसका असली मकसद?

राहुल गांधी ने बिहार के सासाराम से अपनी 1,300 किमी लंबी 'वोटर अधिकार यात्रा' की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य विपक्षी गठबंधन INDIA द्वारा 'वोट चोरी' के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन खड़ा करना है। उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि यह यात्रा संविधान की रक्षा के लिए है। यात्रा बिहार के 20 से अधिक जिलों से गुजरेगी और इसका समापन पटना में एक विशाल रैली के साथ होगा। बीजेपी ने इस यात्रा का मजाक उड़ाते हुए कहा कि जनता उन्हें नकार रही है।
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राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा': क्या है इसका असली मकसद?

राहुल गांधी की यात्रा का आगाज

राहुल गांधी: कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने रविवार को बिहार के सासाराम से अपनी 1,300 किमी लंबी 'वोटर अधिकार यात्रा' की शुरुआत की। इस यात्रा का उद्देश्य विपक्षी गठबंधन INDIA द्वारा कथित 'वोट चोरी' के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन खड़ा करना है। यात्रा के प्रारंभ में उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजद के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव भी उपस्थित थे।


संविधान की रक्षा की लड़ाई

राहुल गांधी ने जनसभा में कहा कि यह यात्रा केवल चुनावी प्रचार नहीं है, बल्कि संविधान की रक्षा के लिए एक संघर्ष है। उन्होंने चुनाव आयोग (EC) पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि बिहार में 'स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR)' प्रक्रिया के माध्यम से मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने की साजिश की जा रही है।


चुनाव आयोग पर सीधा हमला

राहुल गांधी ने कहा कि देशभर में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में धांधली हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में SIR के जरिए वोटरों को हटाकर और जोड़कर चुनावों में धांधली की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता अब समझ चुकी है कि चुनाव आयोग किस तरह से काम कर रहा है और वोट चोरी कर रहा है।


'गरीबों का वोट है उनका हथियार'

कांग्रेस नेता ने कहा कि बिहार में चुनाव चोरी नहीं होने दी जाएगी। गरीबों के पास केवल उनके वोट की ताकत है, और इसे उनसे नहीं छीना जाएगा। उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां INDIA गठबंधन को जीत मिलनी चाहिए थी, लेकिन अचानक '1 करोड़ नए वोटर जोड़ दिए गए' और बीजेपी चुनाव जीत गई।


यात्रा का मार्ग

'वोटर अधिकार यात्रा' बिहार के 20 से अधिक जिलों से गुजरेगी, जिनमें औरंगाबाद, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, छपरा और आरा शामिल हैं। यात्रा का समापन 1 सितंबर को पटना में एक बड़ी रैली के साथ होगा। कांग्रेस नेताओं के अनुसार, यह यात्रा पैदल और वाहनों दोनों तरीकों से की जाएगी, जैसे कि राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा'।


बीजेपी का प्रतिक्रिया

बीजेपी ने राहुल गांधी की यात्रा का मजाक उड़ाते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद सत्ता को अपना अधिकार समझते हैं, लेकिन जनता उन्हें लगातार नकार रही है। बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ये लोग SIR पर जनता को गुमराह कर रहे हैं। बिहार की जनता नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के साथ है और एक बार फिर NDA सरकार चुनने का मन बना चुकी है।