राहुल गांधी के आरोपों पर निर्वाचन आयोग का स्पष्टीकरण: क्या है सच?

निर्वाचन आयोग का स्पष्टीकरण
ECI पर राहुल गांधी के आरोप: भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा उठाए गए आरोपों का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने वोटों के गलत तरीके से हटाने और हेरफेर का दावा किया था। आयोग ने स्पष्ट किया कि किसी भी सदस्य द्वारा ऑनलाइन वोटों को हटाना संभव नहीं है और सभी हटाने की प्रक्रिया एक कानूनी सत्यापन प्रक्रिया से गुजरती है।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
नाम हटाने के लिए ऑनलाइन आवेदन
आयोग ने बताया कि वोटर के नाम हटाने के लिए आवेदन फॉर्म 7 के माध्यम से ऑनलाइन किया जा सकता है, लेकिन यह ध्यान रखना आवश्यक है कि आवेदन के बाद नामों की डिलीशन अपने आप नहीं होती। रजिस्ट्रेशन ऑफ इलेक्टर्स रूल्स, 1960 के अनुसार, किसी भी व्यक्ति का नाम हटाने से पहले उसे सूचना दी जाती है और अपनी बात रखने का अवसर दिया जाता है।
आलंद में जांच की जानकारी
आलंद में मतदान के आरोपों पर आयोग की जांच
आयोग ने आलंद में 6,018 फॉर्म 7 के माध्यम से वोटों की डिलीशन के लिए आवेदन प्राप्त किए, जिनमें से केवल 24 सही पाए गए, जबकि 5,994 गलत थे और उन्हें खारिज कर दिया गया। इस बड़े पैमाने पर गलत आवेदन के कारण, आयोग ने जांच शुरू की और आलंद पुलिस स्टेशन में 21 फरवरी 2023 को FIR दर्ज कराई। आयोग ने आपत्ति करने वालों के नाम, EPIC नंबर, मोबाइल नंबर, IP एड्रेस और आवेदन की मेटाडेटा जैसी महत्वपूर्ण जानकारी जांच एजेंसियों को सौंपी है। कर्नाटका के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) ने जांच में सहयोग किया है।
राजुरा में संदिग्ध गतिविधियाँ
महाराष्ट्र के राजुरा में भी ऐसे मामले सामने आए
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजुरा में 7,792 नए वोटर पंजीकरण के लिए आवेदन आए, जिनमें से 6,861 अवैध पाए गए और खारिज कर दिए गए। आयोग ने संदिग्ध गतिविधियों के कारण राजुरा पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई।
निर्वाचन आयोग की पारदर्शिता
निर्वाचन आयोग की पारदर्शिता की प्रतिबद्धता
भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी निष्पक्षता और स्वतंत्र चुनाव के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया है। आयोग ने कहा कि निर्वाचन सूची में किसी भी प्रकार का संशोधन, डिलीशन या समावेश केवल कानूनी प्रक्रिया के अनुसार ही किया जा सकता है।
राहुल गांधी के ताजे आरोप
राहुल गांधी के ताजे आरोप
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त ग्यानेश कुमार पर आरोप लगाया कि वे उन शक्तियों का समर्थन कर रहे हैं, जो लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कर्नाटका विधानसभा सीट का डेटा पेश करते हुए कहा कि जानबूझकर कांग्रेस समर्थकों के वोट डिलीट किए गए हैं।
सॉफ़्टवेयर से वोटों की डिलीशन का आरोप
सॉफ़्टवेयर से वोटों की डिलीशन का आरोप
राहुल गांधी ने बताया कि कैसे सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके वोटरों की पहचान की जाती थी और फिर वोट डिलीशन के लिए आवेदन किए जाते थे। उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटका से बाहर के मोबाइल नंबर इस प्रक्रिया में शामिल थे और एक स्वचालित प्रोग्राम बूथ लिस्ट में पहले नाम को धोखाधड़ी से डिलीट करने के लिए चुनता था।
निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली पर बहस
निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली पर बहस
राहुल गांधी के आरोपों ने निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली और चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, आयोग ने अपनी सफाई में चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और कानूनी प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करने की बात की है।