रूस के हमले में यूक्रेन में 15 लोगों की मौत, 116 घायल

रात के समय हुए हमले की भयावहता
रूस ने यूक्रेन पर रात के समय मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया, जब अधिकांश लोग अपने घरों में सो रहे थे। इस हमले में कम से कम 15 लोगों की जान चली गई और 116 अन्य घायल हुए। अधिकारियों के अनुसार, 17 जून की रात को कीव में हुए इस हमले में कई लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए। कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला लगभग नौ घंटे तक चला, जिसमें ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों का उपयोग किया गया। यूक्रेन की स्टेट इमरजेंसी सर्विस (DSNS) ने बताया कि कई आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा है और कई क्षेत्रों में आग लग गई है। कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि इस हमले में 114 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 68 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हमले का दृश्य
एक व्यापक रूप से प्रसारित फुटेज में एक ड्रोन को डार्नित्स्की जिले में एक आवासीय इमारत में उड़ते हुए देखा गया। स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार, इमारत की 11वीं से 18वीं मंजिल तक नुकसान हुआ है और कम से कम एक निवासी घायल हो गया है.
जेलेंस्की की प्रतिक्रिया
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की इस सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद कर रहे हैं। गृह मंत्री इहोर क्लिमेंको ने घटनास्थल पर पत्रकारों को बताया कि हमले में छर्रे लगने से एक अमेरिकी नागरिक की मौत हो गई है। मंगलवार की रात विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं। क्लिमेंको ने कहा कि हमले में एक रिहायशी इमारत में 30 अपार्टमेंट नष्ट हो गए। शहर के स्वियातोशिन्स्की और सोलोमिंस्की प्रांतों में भी लोग घायल हुए हैं। कीव के मेयर ने बताया कि यूक्रेनी हवाई रक्षा प्रणाली के ध्वस्त होने से गिरे मलबे के कारण शहर के दो अन्य प्रांतों में आग लग गई है.
जी-7 सम्मेलन में जेलेंस्की की भागीदारी
जी-7 के मेजबान देश कनाडा ने जेलेंस्की को शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया है, जहां उनके विश्व नेताओं के साथ अलग-अलग मुलाकात करने की संभावना है.
ट्रंप से मुलाकात का रद्द होना
जेलेंस्की को मंगलवार को कनाडा में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने का कार्यक्रम था, लेकिन व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि ट्रंप पश्चिम एशिया में तनाव के कारण सोमवार रात को वाशिंगटन लौटेंगे। हाल के हफ्तों में रूस ने रिकॉर्ड संख्या में ड्रोन और मिसाइलें छोड़ी हैं। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा एजेंसी द्वारा रूसी क्षेत्र में हवाई अड्डों पर युद्धक विमानों को निशाना बनाने के अभियान के बाद मॉस्को ने हमले तेज कर दिए हैं.