रूस ने अमेरिका पर भारत को दबाव डालने का लगाया आरोप

रूस का आरोप
गुरुवार को रूस ने आरोप लगाया कि अमेरिका भारत जैसे देशों पर मास्को के साथ व्यापार संबंध समाप्त करने के लिए "अवैध" दबाव डाल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारतीय वस्तुओं पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी दी थी यदि भारत रूसी ऊर्जा खरीदता है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि ऐसे बयानों को वे धमकियाँ मानते हैं, जो देशों को रूस के साथ व्यापार संबंध तोड़ने के लिए मजबूर करने का प्रयास हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संप्रभु देशों को अपने व्यापारिक साझेदारों का चयन करने का अधिकार होना चाहिए।
ब्रिक्स साझेदारी पर टिप्पणी
मारिया ज़खारोवा ने ब्रिक्स साझेदारी की सराहना करते हुए कहा कि अमेरिका का टैरिफ़ कदम समूह की संप्रभुता पर सीधा हमला है और यह उनके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का प्रयास है। उन्होंने यह भी बताया कि रूस को वैश्विक दक्षिण के समान विचारधारा वाले देशों का समर्थन प्राप्त है, जिससे वे अपने सहयोग को और मजबूत कर सकें। ज़खारोवा ने कहा कि कोई भी टैरिफ़ युद्ध या प्रतिबंध इतिहास के स्वाभाविक क्रम को नहीं रोक सकते।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने सोमवार को अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा रूस के साथ ऊर्जा संबंध बनाए रखने के लिए अनुचित निशाना बनाए जाने पर प्रतिक्रिया दी। यह प्रतिक्रिया राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा भारत को रूसी तेल खरीदने पर शुल्क बढ़ाने की धमकी के बाद आई है।