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रेलवे ने वेटिंग लिस्ट के नियमों में किया बड़ा बदलाव

भारतीय रेलवे ने वेटिंग लिस्ट के नियमों में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है, जिसके तहत यात्रियों को अब टिकट कन्फर्मेशन की जानकारी 24 घंटे पहले मिलेगी। यह बदलाव यात्रियों के लिए यात्रा की योजना बनाने में सहायक होगा और अंतिम समय में तनाव को कम करेगा। जानें इस नए नियम के लाभ और इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से।
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रेलवे ने वेटिंग लिस्ट के नियमों में किया बड़ा बदलाव

रेलवे के नए नियमों की जानकारी


रेलवे के वेटिंग लिस्ट नियम में बदलाव: भारतीय रेलवे समय-समय पर अपने नियमों में संशोधन करता है, और यह जानकारी सभी यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है। ट्रेन यात्रा करने वाले यात्रियों के पास आरक्षित और अनारक्षित कोच में यात्रा करने का विकल्प होता है। अधिकांश यात्री आरक्षण के माध्यम से यात्रा करना पसंद करते हैं, जिसमें उन्हें एसी और स्लीपर कोच में यात्रा करने की सुविधा मिलती है।


हालांकि, कई बार आरक्षण के बाद भी यात्रियों को वेटिंग लिस्ट में डाल दिया जाता है। उन्हें यात्रा के दिन से कुछ घंटे पहले ही पता चलता है कि उनका टिकट कन्फर्म हुआ है या नहीं, जिससे उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ता है। रेलवे ने अब वेटिंग लिस्ट से संबंधित नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव करने का निर्णय लिया है।


24 घंटे पहले मिलेगी जानकारी

भारतीय रेलवे ने वेटिंग लिस्ट के लिए एक नया नियम लागू किया है। पहले यात्रियों को टिकट कन्फर्म होने की जानकारी 4 घंटे पहले मिलती थी, लेकिन अब यह जानकारी 24 घंटे पहले ही उपलब्ध होगी। यह एक ऐतिहासिक परिवर्तन है जो लाखों यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होगा। रेलवे ने इस पायलट प्रोजेक्ट का परीक्षण राजस्थान के बीकानेर रेलवे स्टेशन पर किया है और यह सफल रहा है।


इससे यात्रियों को विकल्प चुनने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। वर्तमान में, रेलवे ट्रेन के रवाना होने से 4 घंटे पहले फाइनल चार्ट तैयार करता है, जिससे वेटिंग लिस्ट में शामिल यात्रियों को यात्रा के दिन तक यह नहीं पता चलता कि वे यात्रा कर पाएंगे या नहीं।


बदलाव के लाभ

यदि यात्रियों को 24 घंटे पहले यह जानकारी मिल जाए कि उनका टिकट कन्फर्म है या नहीं, तो वे अन्य विकल्पों जैसे बस या कैब चुनने के लिए समय पर निर्णय ले सकेंगे।


बदलाव के फायदे:



  • यात्रियों को अंतिम समय में तनाव नहीं होगा।

  • यात्री अपनी यात्रा की योजना पहले से बेहतर तरीके से बना सकेंगे।

  • टिकट कन्फर्म न होने पर वे समय रहते अन्य विकल्प तलाश सकेंगे।

  • महंगी टिकट खरीदने से बचेंगे।

  • रेलवे पूछताछ काउंटरों पर भीड़ कम होगी।